संजय सिंह, पटना। 17वीं विधानसभा का अंतिम सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया। इस दौरान सत्ता और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों का खूब ड्रामा हुआ। कई बार संसदीय परंपराएं तार-तार हुईं। विधानसभा में हंगामे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि प्रतिपक्ष के नेता और उनके बेटे तेजस्वी यादव को बीजेपी-जेडीयू से जान का खतरा है। उनके बेटे पर चार बार पहले भी जानलेवा हमले की कोशिश हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे सत्ता पक्ष के लोग हैं। राबड़ी देवी के आरोपों का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव यह स्पष्ट करें कि उन्हें किस तरह की सुरक्षा चाहिए।
इस बार का मॉनसून सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ और शुक्रवार को हंगामे के साथ ही उसका अंत हो गया। चुनावी साल में सत्ता और विपक्ष वोटरों की सहानुभूति बटोरने के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते रहे। मॉनसून सत्र में विधानसभा के इतिहास में कुछ नए तो कुल काले अध्याय जुड़ गए। मुख्यमंत्री ने हंगामे के बीच ही अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने में पीछे नहीं रहे। विपक्ष ने मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर लगातार चार दिनों तक हंगामा किया।
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65 लाख मतदाताओं से जुड़ा सवाल
यह मुद्दा विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है। सवाल 65 लाख मतदाताओं से जुड़ा है। विपक्ष को लगता है कि इस मुद्दे को उठाकर चुनावी बाजी जीती जाय। उधर सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी अलग ड्रामा किया। मॉनसून सत्र के अंतिम दिन कुछ विधायक हेलमेट पहनकर विधानसभा आए थे। सत्ता पक्ष के विधायक ललित मंडल का कहना था कि विधानसभा में विपक्ष का हंगामा देखकर वे लोग बुरी तरह डर गए हैं। काला कपड़ा जंगल राज का याद दिलाता है। जंगल राज में कब किसके साथ क्या होगा यह कहना मुश्किल है। यही वजह है कि हम लोग अपनी सुरक्षा को लेकर हेलमेट लगाकर विधानसभा आए हैं।
विपक्ष इतना गर्म क्यों है?
हालांकि विधानसभा में प्रवेश करने से पहले ही सुरक्षा कर्मियों ने विधायकों से हेलमेट लेकर अपने पास रख लिए। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्ष पर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि मौसम ठंडा है इसके वावजूद विपक्ष इतना गर्म क्यों है?
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'अशोभनीय भाषा इस्तेमाल करती हैं राबड़ी देवी'
उधर उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नेता विपक्ष तेजस्वी यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्हें किस तरह का खतरा है? अगर प्रतिपक्ष के नेता पूरी स्थिति को अवगत कराते हैं तो सरकार उन्हें मजबूत सुरक्षा उपलब्ध कराएगी। बिना सरकार को जानकारी दिए अनर्गल आरोप लगाना ठीक नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की मां राबड़ी देवी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करती हैं। राबड़ी देवी ने सत्ता पक्ष के विधायकों को कीड़ा मकोड़ा और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को गुंडा कहा। विपक्ष को ऐसे शब्दों पर भी विचार करना चाहिए।