उत्तर प्रदेश का संभल जिला पिछले कई महीनों से अशांत है। यहां शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद है, जिसके चलते जिले की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन की खास नजर है। इस बीच होली से पहले संभल पुलिस ने शांति समिति की बैठक की। इसमें सभी समुदायों के लोगों के साथ बैठक करके शांतिमय त्यौहार मनाने का संदेश दिया।
होली शांति समिति की बैठक के बाद संभल सीओ अनुज कुमार चौधरी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि होली और 'जुम्मा' (शुक्रवार) एक ही दिन पड़ रहे हैं। हमने सभी समुदायों के लोगों के साथ बैठक की। यह सौहार्द का त्योहार है। हिंदू और मुसलमान अपने-अपने तरीके से मनाएंगे।
एक साल में 52 'जुम्मा'होते हैं- अनुज
सीओ अनुज ने कहा, 'हमने मुस्लिम समुदाय से अनुरोध किया है कि अगर वे इसे (रंग लगाया जाना) स्वीकार नहीं कर सकते हैं, तो उन्हें उस स्थान पर नहीं आना चाहिए जहां होली मनाई जा रही है। एक साल में 52 'जुम्मा'होते हैं, लेकिन होली के लिए केवल एक दिन होता है। हिंदू पूरे साल होली का इंतजार करते हैं, जैसे मुसलमान ईद का इंतजार करते हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमने सीधा संदेश दिया है कि जब लोग होली खेलें और अगर वे (मुसलमान) नहीं चाहते कि उन पर रंग पड़े, तो उन्हें घर पर रहना चाहिए। अगर वे अपने घर से बाहर जाना चाहते हैं, तो उन्हें इतना बड़ा दिल होना चाहिए कि अगर उन पर रंग पड़ जाए तो वे आपत्ति न करें।'
आसामाजिक तत्वों को कड़ी हिदायत
सीओ अनुज चौधरी ने आसामाजिक तत्वों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि अगर आप अपने धर्म का सम्मान करते हैं तो दूसरे धर्म वालों को कीड़े-मकोड़े नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसको होली खेलनी हो और जिस भाई के अंदर होली खेलने की कैपेसिटी हो, वही घर से बाहर निकले, वरना घर के अंदर रहकर ही नमाज पढ़े। क्योंकि, पुलिस-प्रशासन किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त करने में मूड में नहीं है।
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सिंघम के नाम से मशहूर
अनुज चौधरी पूर्व रेसलर हैं। वह सिंघम के नाम से मशहूर हैं। फिलहाल संभल के सीओ हैं, वह अपने बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। सोशल मीडिया पर उनकी फैन फॉलोइंग काफी है। कुछ दिनों पहले अंक धार्मिक रथ यात्रा में अनुज चौधरी गदा लेकर पुलिस की वर्दी में आगे चल रहे थे, इसका वीडियो वायरल होने के बाद उनके विभाग ने जवाब मांग लिया था। इस मामले में डीआईजी के आदेश के बाद जांच शुरू हो चुकी है।
सपा-कांग्रेस की आई प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता शरवेंद्र बिक्रम सिंह ने कहा, “मुख्यमंत्री की नजरों में बने रहने के लिए अधिकारी उनकी बातों की नकल कर रहे हैं। ऐसे बयान देने वालों और खुलेआम पक्षपात करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। यह निंदनीय है और अधिकारियों को भाजपा के एजेंट की तरह काम नहीं करना चाहिए।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई की मीडिया कमेटी के उपाध्यक्ष मनीष हिंदवी ने पुलिस अधिकारी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कोई भी अधिकारी, चाहे वह कोई भी हो, उसे धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए, तभी इस देश में शासन ठीक से चल सकता है। नहीं तो इससे अराजकता फैल जाएगी।' उन्होंने कहा कि अगर किसी धर्म विशेष के लोगों ने रंग खेलने पर असहजता जताई है, तो अधिकारी का कर्तव्य है कि वह सुनिश्चित करे कि भय या असुरक्षा का माहौल न बने। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि होली भी मनाई जाए और नमाज भी शांतिपूर्वक अदा की जाए।