वारंगल जिले के संगम मंडल के कुन्टापल्ली गांव में शनिवार तड़के एक चौंकाने वाली घटना हुई। एक बेटे ने अपनी मां पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इस हमले में 60 साल की मां, मुट्टिनेनी विनोदा, 80% जल गईं और अब वारंगल के एमजीएम अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी मुट्टिनेनी सतीश शराब का आदी है और वह अपने माता-पिता, विनोदा और सम्बैया, से पैसे के लिए बार-बार परेशान करता था। करीब एक साल पहले भी सतीश ने अपनी मां पर सूखी घास डालकर आग लगाने की कोशिश की थी, लेकिन तब विनोदा मामूली चोटों के साथ बच गई थीं।
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पेट्रोल छिड़ककर लगाई आग
शनिवार सुबह सतीश फिर से अपने घर आया और अपने साथ पेट्रोल की बोतल लाया। उसने अपनी सो रही मां पर पेट्रोल डाल दिया। पेट्रोल की तेज गंध से विनोदा के पति सम्बैया की नींद खुली और उन्होंने रोकने की कोशिश की, लेकिन सतीश ने माचिस जला दी। इससे विनोदा के कपड़े जलने लगे और वह आग की लपटों में घिर गईं।
पड़ोसियों ने शोर सुनकर घर की ओर दौड़कर आग बुझाने में मदद की। विनोदा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि वह गंभीर रूप से जल गई हैं और उनकी हालत नाजुक है।
20 लाख मिला था मुआवजा
पुलिस ने बताया कि विनोदा और सम्बैया को कुछ समय पहले उनकी खेती की जमीन के बदले सरकार से 20 लाख रुपये का मुआवजा मिला था, जो एक टेक्सटाइल पार्क प्रोजेक्ट के लिए लिया गया था। इस राशि में से 15 लाख रुपये सतीश और उसकी बहन के बीच बराबर बांट दिए गए थे। बाकी 5 लाख रुपये माता-पिता के लिए बैंक में जमा किए गए थे, ताकि उनकी आजीविका चल सके।
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पैसे कि वजह से लगाई आग
सतीश ने अपने हिस्से से जीसुगोंडा मंडल के माचापुर गांव में अपनी ससुराल के पास खेती की जमीन खरीदी। लेकिन पिछले छह महीनों से वह अपने माता-पिता पर और पैसे देने का दबाव डाल रहा था। वह आरोप लगाता था कि माता-पिता ने उसकी बहन को ज्यादा पैसे दिए और उसे उसका हक नहीं मिला। माता-पिता ने बार-बार समझाया कि उनके पास और कोई पैसा नहीं बचा, लेकिन सतीश आक्रामक रहा।
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सतीश के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यह घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग इस क्रूरता से सकते में हैं।