उत्तर प्रदेश के अमरोहा में शनिवार रात एक 36 वर्षीय महिला ने अपने घर में आत्महत्या कर ली। वह अपनी बिल्ली की मौत से बेहद दुखी थी। परिजनों ने बताया कि महिला ने मरी हुई बिल्ली को तीन दिनों तक अपने पास रखा था। महिला को भरोसा था कि वह जिंदा हो जाएगी।
मोहल्ला कोट की रहने वाली पूजा देवी की शादी 10 साल पहले दिल्ली में हुई थी लेकिन शादी के 2 साल बाद ही दोनों का तलाक हो गया। तलाक के बाद वह हसनपुर में अपनी मां और दो भाइयों के साथ रह रही थी। करीब 3 साल पहले, पूजा को सड़क पर एक बिल्ली मिली थी जिसकी उसने देखभाल करना शुरू कर दिया था।
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बिल्ली की मौत से सदमे में थी पूजा
गुरुवार को, बिल्ली की मौत हो गई और पूजा ने उसे दफनाने से इनकार कर दिया। महिला ने जिद पकड़ ली कि उसकी बिल्ली जिंदा वापस आ जाएगी। एक मीडिया चैनल के हवाले से सर्किल ऑफिसर दीप कुमार पंत ने बताया कि शनिवार रात करीब 8 बजे महिला को महसूस हुआ कि उसकी बिल्ली अब जिंदा नहीं हो सकती है तो उसने अपने घर की तीसरी मंजिल पर छत के पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली। मृतक बिल्ली इसके बगल में पड़ी हुई थी। शुरुआती जांच से पता चला कि महिला सालों से डिप्रेशन में थी।
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पिता की मौत, भाई मानसिक बीमारी से पीड़ित
पूजा की मां गजरा देवी ने बताया कि बिल्ली की मौत के बाद से वह सदमे में थी और जानवर की मौत की खबर वह बर्दश्त नहीं कर पाई। उसके पिता की भी कुछ साल पहले मौत हो गई थी जबकि उसका भाई मानसिक बीमारी से पीड़ित है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को उसके परिवार को सौंप दिया है।
गजरा देवी ने कहा, 'पूजा ने हल्के भूरे रंग की बिल्ली को अपने बच्चे की तरह पाला था। वह हमें मृत जानवर को दफनाने नहीं दे रही थी और पिछले कुछ दिनों से उसके साथ सो रही थी। फिर, जब उसे एहसास हुआ कि उसकी बिल्ली वापस नहीं आएगी, तो उसने अपनी जान ले ली।'