भारी बर्फबारी के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भारी तबाही मची है। कई सड़के बर्फ के कारण ब्लॉक हो गई हैं। पानी और बिजली स्पलाई पूरी तरह से ठप पड़ गई है और सामान्य जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
उत्तराखंड के चमोली में हिमस्खलन के बाद कई लोगों के फंसे होने की आशंका है, जबकि हिमाचल प्रदेश में 580 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में स्कूलों की छुट्टियां भी बढ़ा दी गई हैं और बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
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उत्तराखंड से लेटेस्ट अपडेट क्या?
चमोली में हिमस्खलन के बाद कम से कम 8 लोग अभी भी बर्फ के नीचे फंस गए। इस हिमस्खलन में शुरू में 57 लोग दबे हुए थे जिसमें से 47 को बचा लिया गया है। अन्य लोगों को बचाने के लिए अभियान जारी है।
भारत के मौसम विभाग को उम्मीद है कि शुक्रवार तक राज्य में बर्फबारी होगी। बता दें कि इस तूफान को आए 24 घंटे से अधिक का समय हो गया है लेकिन मजदूर अब भी करीब 8 फीट बर्फ के नीचे दबे हुए हैं। तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शनिवार सुबह फिर से शुरू किया गया। सेना और ITBP के जवान बर्फ में दबे बाकी मजदूरों की तलाश में लगातार जुटे हुए हैं।
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शनिवार सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बता दें कि लापता मजदूरों की तलाश के लिए शनिवार सुबह 7:30 से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। शुक्रवार शाम 6 बजे अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया था। चमोली जिला आपदा प्रबंधन के मुताबिक, अब तक 47 मजदूरों को बचा लिया गया है। अब भी 8 लापता है।
बचाव कार्य जारी
बर्फ के नीचे 8 मजदूर फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और बीआरओ की टीमें बचाव अभियान के लिए मौके पर पहुंच गई हैं। उन्होंने बताया कि 8 अन्य को निकालने का अभियान जारी है। 47 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है लेकिन भारी बर्फबारी के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भारने ने बताया कि बचाए गए मजदूरों को चिकित्सा के लिए माणा के पास सेना के शिविर में भेजा गया है।