उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को उत्तरकाशी के धराली गांव आपदा में मारे गए लोगों और अपने घर खोने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की तत्काल सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने आपदा से प्रभावित गांव वालों के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार और स्थायी आजीविका को मजबूत करने के लिए तीन सदस्यीय समिति के गठन की भी घोषणा की है।
सचिव (राजस्व) की अध्यक्षता वाली यह समिति एक हफ्ते के भीतर सरकार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। यह समिति धराली गांव के भविष्य के लिए दीर्घकालिक और प्रभावी नीति का खाका तैयार करेगी, ताकि स्थानीय समुदाय की सुरक्षा और आजीविका सुनिश्चित की जा सके।
एक्स पर की घोषणा
मुख्यमंत्री धामी ने एक्स पर कहा, 'धराली (उत्तरकाशी) में आई आपदा में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 5 लाख रुपये की तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही स्थानीय लोगों के मकान, जमीन, खेती व अन्य नुकसान का आकलन शुरू कर दिया गया है, जिसके मुआवजे का वितरण भी हम शीघ्र शुरू करेंगे। इसके अतिरिक्त, आपदा में मृतकों के परिजनों को भी ₹5 लाख की सहायता राशि दी जाएगी ताकि उन्हें इस कठिन समय में आर्थिक सहारा मिल सके।'
उन्होंने आगे कहा, 'आपदा प्रभावित क्षेत्र में फंसे हुए लगभग सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है एवं आपदा प्रभावितों को राशन, कपड़ा, दवाइयां व अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। गांव में बिजली और नेटवर्क की व्यवस्था बहाल कर दी गई है और सड़क को भी शीघ्र आवागमन हेतु खोल दिया जाएगा।'
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शनिवार को 287 और लोगों को बचाया गया
बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 5 जुलाई को अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद फंसे लोगों को निकालने के लिए चार हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। इस आपदा में फंसे 287 और लोगों को बचाया गया है। इस आपदा ने भारी तबाही मचाई और इसमें कई लोगों की जान चली गई है। उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि शनिवार को बचाव अभियान के पांचवें दिन 170 लोगों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के मातली हेलीपैड और 107 लोगों को चिन्यालीसौंड़ स्थित हवाई पट्टी पर पहुंचाया गया।
1,000 से ज्यादा लोग निकाले गए
सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, आपदाग्रस्त धराली क्षेत्र के कुछ हिस्सों से अब तक 1,000 से ज्यादा लोगों को निकाला जा चुका है। धराली क्षेत्र मंगलवार को भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के बाद अब भी संपर्क से कटा हुआ हैं। जिला प्रशासन ने चार मौतों की पुष्टि की है और 49 लोग अब तक लापता हैं। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के चार हेलीकॉप्टर जिले के अलग-अलग जगहों पर शरण लिए हुए लोगों को बचाने के लिए काम कर रहे हैं।
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बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित
अचानक बाढ़ के कारण धराली और आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, प्रभावित इलाकों में सड़क संपर्क सुधारने के लिए गंगनानी के पास लिम्चागाड़ में युद्धस्तर पर एक बेली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य रातभर किया गया ताकि यह अगले 24 घंटे में बनकर तैयार हो जाए।
गंगोत्री नेशनल हाइवे कई जगहों पर बंद है या टूट गया है, जिससे धराली में अचानक बाढ़ से तबाह हुए स्थान पर मलबे के ढेर में लापता लोगों की तलाश के लिए जरूरी उन्नत उपकरणों को पहुंचाने में परेशानी हो रही है।