उत्तरकाशी हादसा: रेस्क्यू जारी, जीवन पटरी पर लाने में जुटा प्रशासन
राज्य
• UTTARKASHI 08 Aug 2025, (अपडेटेड 08 Aug 2025, 11:38 PM IST)
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से भारी तबाही मची थी।

उत्तरकाशी में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी। Photo Credit- PTI
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से भारी तबाही मची थी। बचाव कार्य में एनडीआरएफ-एसडीआरएफ, आईटीबीपी के साथ में सेना की भी मदद ली जा रही है। बचावकर्मियों ने शुक्रवार को 128 श्रद्धालुओं औक स्थानीय लोगों को बाहर निकाला। अब तक बाहर निकाले गए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की कुल संख्या 566 हो गई है।
गंगोत्री नेशनल हाईवे सहित कई रास्तों के क्षतिग्रस्त होने की वजह से बचाव और राहत कार्यों को हवाई मार्ग के जरिए भी अंजाम दिया जा रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अकेले शुक्रवार को दोपहर तक 128 श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए बाहर निकाला गया। इन लोगों को निकालकर भारत तिब्बत सीमा पुलिस के मातली हेलीपैड पर लाया गया है।
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#WATCH | Uttarakhand | Flash flood in Kheer Ganga river has devastated many buildings, including homes and hotels in Harshil's Dharali village
— ANI (@ANI) August 8, 2025
Indian Army, IAF, ITBP, NDRF, SDRF and other agencies are engaged in search and rescue operations here pic.twitter.com/sCnw2kWP6V
बादल फटने से आई थी भीषण बाढ़
पांच अगस्त को दोपहर बाद बादल फटने से खीरगंगा नदी में आई भीषण बाढ़ में चार लोगों की मौत हो गई थी। आपदास्थल से दो शव बरामद किए गए हैं। उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, आपदा में सेना के नौ जवानों समेत 16 लोग लापता हुए हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि आपदा में लापता हुए लोगों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है क्योंकि घटना के समय वहां निर्माणाधीन होटलों में काम कर रहे नेपाल और बिहार के मजदूर और वहां के होटलों में रुके पर्यटक भी थे।
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एम-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल
उत्तराखंड सरकार के अलावा सेना के चिनूक और एम-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल जा रहा है। धराली में लगे मलबे के ढेर में लापता लोगों की तलाश के लिए उन्नत उपकरणों को भी हवाई मार्ग से मौके पर पहुंचाया जा रहा है। प्रभावित इलाकों में खाद्य तथा अन्य जरूरी सामग्री भी हेलीकॉप्टर के जरिए भेजी जा रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक अधिकारी ने कहा कि अलग-अलग जगहों पर सड़कें टूटी होने के कारण बचाव अभियान के लिए हवाई मार्ग पर ही अधिक जोर दिया जा रहा है।
#WATCH | IAF's Chinook and Mi-17V5 helicopters are engaged in rescue operation in mudslide-flash flood hit Dharali, Uttarkashi pic.twitter.com/iHTXNElJSZ
— ANI (@ANI) August 8, 2025
मदद को सामने आए स्थानीय लोग
धराली में अचानक आई बाढ़ के पीड़ितों को बचाने में मदद कर रहे एक निवासी उपेंद्र ने कहा, 'मैं घटना के पांच मिनट बाद ही यहां आ गया था। यहां किसी के बचने की कोई संभावना नहीं थी। हमने लोगों को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन यह जगह पूरी तरह मलबे से ढकी हुई थी। हमारे 12-13 लोग लापता हैं।' स्थानीय निवासी बचावकर्मियों के साथ में एजेंसियां का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहे हैं।
पीड़ितों ने सुनाई आपबीती
वहीं, इस भीषण त्रासदी से बचाए गए एक पीड़ित ने कहा, 'जब आपदा आई, तब मैं अपनी दुकान में था। हम बच नहीं पाए। ऊपर से एक तार टूटकर गिर गया, इस तरह मुझे चोट लग गई। इस मलबे में कितने लोग फंस गए, इसकी कोई गिनती नहीं है।' बचाए गए एक दूसरे पीड़ित ने आपबीती सुताने हुए कहा, "मुझे घर से फोन आया, तो मैं पहाड़ी से नीचे आया और देखा कि सब कुछ तबाह हो गया था। कई लोग लापता हैं। मेरे ससुर का भी कोई पता नहीं है।'
#WATCH | Dharali, Uttarakhand | After being rescued, a victim of the flash flood in Dharali says, "Our house was washed away. All our things were in it. Everything is gone... We just ran to save our lives." https://t.co/hMByeKP3Kv pic.twitter.com/5v6rwbQDLX
— ANI (@ANI) August 8, 2025
एक पीड़ित ने कहा, 'हमारा घर बह गया। हमारा सारा सामान उसमें था। सब कुछ बह गया। हम बस अपनी जान बचाने के लिए भागे।' वहीं, एक और पीड़ित ने बचाए जाने के बाद कहा, 'हमारा घर पूरी तरह बह गया। वहां कुछ भी नहीं बचा... हमें बहुत नुकसान हुआ है। अब हमारा कुछ भी नहीं बचा है।'
सीएम ने उत्तरकाशी में डाला डेरा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बचाव एवं राहत कार्यों की देखरेख के लिए बुधवार से ही उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में डेरा डाले हुए हैं। धामी शुक्रवार को धराली भूस्खलन आपदा से बचाए गए पीड़ितों जाकर घटनास्थल पर मिले। इस दौरान उन्होंने लोगों को सांत्वना दी। सीएम धामी गढ़वाल मंडल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे और डीजीपी दीपम सेठ के साथ धराली-हरसिल के ग्राउंड जीरो पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ द्वारा चलाए जा रहे बचाव कार्यों की समीक्षा की।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami comforts victims rescued from the Dharali mudslide disaster.
— ANI (@ANI) August 8, 2025
He is at ground zero of the disaster-affected Dharali-Harsil with Commissioner Garhwal Division Vinay Shankar Pandey and DGP Deepam Seth to review rescue… pic.twitter.com/X6FgNH4bZj
वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कार्ययालय ने जानकारी देते हुए बताया कि सीएम पुष्कर सिंह धामी निर्देश पर राज्य सरकार की कोशिशों से हरसिल घाटी में मोबाइल नेटवर्क बहाल कर दिया गया है।
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