बिहार में मंत्री श्रवण कुमार और हिलसा से विधायक कृष्ण मुरारी उर्फ प्रेम मुखिया पर हमला का मामला सामने आया है। घटना नालंदा जिले के मलावां गांव की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री और विधायक को करीब एक किमी तक भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इस बीच उन्हें तीन गाड़ियां भी बदलनी पड़ीं।
23 अगस्त को शाहजहांपुर थाना क्षेत्र में एक भीषण सड़क हादसे में कुल नौ लोगों की जान गई थी। सभी मृतक मलावां गांव के रहने वाले थे। इन्हीं मृतकों के परिजनों से मिलने मंत्री और विधायक पहुंचे थे। भड़के ग्रामीणों ने दोनों नेताओं पर न केवल हमला किया, बल्कि काफी दूरी तक पीछा भी किया।
पिछले दो दिनों में बिहार में मंत्रियों पर हमले का यह दूसरा मामला है। पहला मामला 25 अगस्त का है। पटना के अटल पथ पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की कार पर पथराव का किया गया था। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और स्थानीय जेडीयू विधायक कृष्ण मुरारी उर्फ प्रेम मुखिया सुबह लगभग 10 बजे ग्रामीणों को ढांढस बधाने पहुंचे थे। आधा घंटा रुकने बाद मंत्री और विधायक जब गांव से निकलने लगे तो नाराज ग्रामीणों ने धावा बोल दिया। पथराव में सुरक्षा में तैनात एक सिपाही को चोट लगी है। उसे हिलसा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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ग्रामीणों ने वादाखिलाफी का लगाया आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलाने का वादा किया। इसके बाद वह जाने लगे। मगर ग्रामीणों की नाराजगी इस बात पर थी कि उन्होंने अपना पूरा वादा पूरा नहीं किया था। ग्रामीणों ने विधायक पर घटना वाले दिन उचित राहत के जाम खुलवाने का आरोप भी लगाया।
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गांव में भारी पुलिसबल तैनात
पुलिस का कहना है कि लगभग 700 मीटर तक मंत्री और विधायक को भागना पड़ा। यहां एक कार पहले से खड़ी थी। बाद में उन्हें दो और गाड़ियां बदलनी पड़ी। भीड़ उनका पीछा कर रही थी। दोनों नेताओं पर पथराव के अलावा लाठी-डंडे फेंके गए। गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हमले के दौरान अंगरक्षकों को चोट आई है। हमले में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।