समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान 23 महीने के बाद जेल से रिहा हो गए हैं। सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद आजम खान मंगलवार यानी 23 सितंबर को उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से रिहा हो गए। इस मौके पर पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि जब उत्तर प्रदेश में SP की सरकार बनेगी तो आजम पर लगे सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे।
जेल से रिहा होने के बाद आजम खान अपने बेटे और अन्य लोगों के साथ सीधे रामपुर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने न तो मीडिया से बातचीत की और न ही किसी के सवाल का जवाब दिया। आजम खान की रिहाई के लिए उत्साहित उनके समर्थक सुबह से ही सीतापुर जेल के बाहर जुट गए थे। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ड्रोन से निगरानी भी रख रही थी।
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आजम खान ने अपने वकील के जरिए शुक्रवार 19 सितंबर को सांसद-विधायक अदालत में हाई कोर्ट का आदेश दाखिल किया था। इसके साथ ही डूंगरपुर समेत 19 मामलों में ज़मानत भी दाखिल की गई थी। अदालत ने आजम की ओर से दाखिल किए गए जमानत पत्रों का सत्यापन करने का आदेश दिया था। सोमवार को पुलिस और राजस्व प्रशासन ने जमानत पत्रों का सत्यापन अदालत में दाखिल किया। इसके बाद एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट ने सीतापुर जेल अधीक्षक के लिए आज़म के 19 मामलों में रिहाई के आदेश जारी कर दिए। जिला प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सीतापुर में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी लेकिन बड़ी संख्या में समर्थक अपने वाहनों के साथ जेल के पास पहुंचने में कामयाब रहे। इससे यातायात बाधित हो गया।
क्या बोले अखिलेश यादव?
आजम खान की रिहाई के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा, 'इसके लिए मैं कोर्ट को धन्यवाद देना चाहता हूं। यही हम समाजवादियों का भरोसा था कि कोर्ट न्याय करेगा और उन्हें न्याय मिलेगा। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में एक भी झूठा मुकदमा नहीं बचेगा। लगातार बीजेपी का विधायक, सरकार और अधिकारी मिलकर अन्याय नहीं करेगा।'
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लंबे समय से चर्चा है कि आजम खान आने वाले समय में बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इस बारे में जब अखिलेश यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आदरणीय आजम खान साहब, समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताजी और हम लोगों के साथ और बीजेपी का मुकाबला करने पर आज से नहीं, न जाने कब से सबसे बड़ी भूमिका उनकी और समाजवादियों की रही है। आज तो इतनी खुशी का समय है कि आज मैं जहां इन लोगों से मिल रहा हूं, जहां हम पुरानी जगह पर पहुंचे हैं, वहीं पर उन्हें भी आज ही न्याय मिला है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में उन पर लगे सारे मुकदमे खत्म होंगे।'
अखिलेश यादव ने आगे कहा, 'जिस तरह से मुख्यमंत्री जी ने अपने मुकदमे वापस लिए। उन्होंने न सिर्फ अपने मुकदमे वापस लिए बल्कि डिप्टी सीएम पर लगे मुकदमे भी वापस लिए हैं। तमाम भाजपाई नेताओं के मुदकमे वापस लिए हैं। समाजवादी सरकार बनने पर, जितने भी झूठे मुकदमे आदरणीय आजम खान साहब पर लगे हैं, वे सब वापस लिए जाएंगे।'
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आजम खान के BSP में जाने की अटकलों पर SP के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा, 'आजम खां साहब के किसी भी पार्टी में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है। वह समाजवादी पार्टी के साथ रहे हैं और हमेशा रहेंगे। SP और उसका नेतृत्व हमेशा खान साहब के साथ खड़ा रहा है और आगे भी रहेगा। जहां तक उनके किसी पार्टी में शामिल होने की बात है, यह महज अफवाह है। आजम खान को फर्जी मामलों में फंसाया गया। हम सभी जानते हैं कि इसके पीछे कौन था।' शिवपाल ने कहा कि वह जल्द ही आजम खान से मुलाकात करेंगे।
आजम खान के साथ क्या हुआ?
आजम खान को 26 फरवरी 2020 को रामपुर से गिरफ्तार किया गया था। तब 27 महीने बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। हालांकि, अब्दुल्ला आजम के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट केस में 18 अक्तूबर 2023 को फिर से आजम खान जेल भेज दिया गया था। इसी केस में तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम को भी गिरफ्तार किया गया था। उन दोनों को पहले ही रिहाई मिल गई थी। अब अब्दुल्ला आजम को भी रिहाई मिल गई है।