जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। हिसार की अदालत ने ज्योति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 22 मई को भी ज्योति की जमानत पर सुनवाई हुई थी। मगर तब अदालत ने उसे चार दिन के रिमांड पर भेज दिया था। रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को ज्योति मल्होत्रा को अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पिछले दो हफ्तों में पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 12 से अधिक लोगों को जासूसी के आरोप में पकड़ा था। इनमें ज्योति मल्होत्रा का भी नाम शामिल था। उन्हें हरियाणा के हिसार में स्थित न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था।
ज्योति मल्होत्रा हिसार की रहने वाली हैं। वे 'ट्रैवल विद जो' नाम से यूट्यूब चैनल चलाती हैं और दो बार पाकिस्तान जा चुकी हैं। यूट्यूब पर उसके 3.77 लाख सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख फॉलोवर हैं। चार दिन की रिमांड खत्म होने के बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ज्योति को सोमवार को सिविल जज सुनील कुमार की अदालत में पेश किया गया। अदालत से ज्योति को राहत नहीं मिली। उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। माना जा रहा है कि ज्योति मल्होत्रा को हिसार केंद्रीय जेल नंबर- 2 में रखा जाएगा। यहां सिर्फ महिला कैदियों को रखा जाता है।
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'पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में थी'
पिछले बुधवार को हिसार पुलिस ने बताया कि अभी तक ऐसा कोई सबूत सामने नहीं आया है, जिससे यह पता चल सके कि ज्योति की पहुंच किसी सैन्य व रक्षा संबंधी जानकारी तक हो। मगर निश्चित रूप से वह कुछ लोगों को संपर्क में थी। उसे पता था कि वे पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक साल 2023 में ज्योति मल्होत्रा की पहचान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। जब यह खुलासा हुआ कि दानिश जासूसी में लिप्त है तो भारत ने 13 मई को उसे देश से निकाल दिया था।
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बैंक अकाउंट, लैपटॉप और मोबाइल की जांच जारी
हिसार पुलिस ने ज्योति के 3 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। उसके चार बैंक खातों की भी जांच हो रही है। हिसार पुलिस ने एक बयान में कहा था कि ज्योति की आय उसके ज्ञात स्रोत से अधिक मिली है। पाकिस्तान के खुफिया एजेंट उसे एसेट के तौर पर तैयार करने में जुटे थे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी वह दानिश के संपर्क में थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी, खुफिया ब्यूरो और सैन्य खुफिया अधिकारियों ने ज्योति से पूछताछ की। जांच में सामने आया कि वह पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश भी जा चुकी है।