Amazon ने अपने सैटेलाइट इंटरनेट प्रोजेक्ट 'Kuiper' के तहत 27 सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक फ्लोरिडा से लॉन्च किया है। ये सभी सैटेलाइट्स Amazon के उस बड़े मिशन का पहला हिस्सा है, जिसमें कंपनी 3,236 सैटेलाइट्स पृथ्वी की लो अर्थ ओरबिट में भेजने वाली है। इसका मकसद दुनिया भर में तेज इंटरनेट सर्विस देना है, खासकर उन इलाकों में जहां अब तक कनेक्टिविटी नहीं पहुंची है। यह प्रोजेक्ट Amazon के सबसे बड़े दांवों में से एक माना जा रहा है, जो SpaceX के Starlink से सीधी टक्कर लेगा।
27 सैटेलाइट्स को यूनियन लॉन्च एलायंस (ULA) के Atlas V रॉकेट से सोमवार शाम 7 बजे ईडीटी भारतीय समय (IST) के अनुसार मंगलवार, 29 अप्रैल 2025 को सुबह 4:30 बजे लॉन्च किया गया। पहले लॉन्च 9 अप्रैल को होना था लेकिन खराब मौसम की वजह से उसे टाल दिया गया था।
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प्रोजेक्ट Kuiper की चुनौतियां और लक्ष्य
Amazon ने 2019 में 10 अरब डॉलर की लागत वाले इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। कंपनी को अमेरिकी फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन (FCC) के नियमों के तहत 2026 के बीच तक अपने आधे यानी 1,618 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में पहुंचाना है। हालांकि लॉन्च में हुई देरी की वजह से अब संभावना है कि Amazon को इसे पूरा करने के लिए और समय लग सकता है।
लॉन्च के कुछ घंटे या दिन बाद Amazon की रेडमंड, वाशिंगटन स्थित मिशन सेंटर से सभी सैटेलाइट्स के साथ संपर्क की पुष्टि की जाएगी। अगर सब कुछ सही रहा, तो कंपनी इस साल के अंत तक इंटरनेट सर्विस देना शुरू कर सकती है।
भविष्य की योजना
ULA के CEO टोरी ब्रूनो ने मीडिया को बताया कि इस साल ULA और भी पांच कुइपर मिशन को लॉन्च कर सकता है। Amazon ने बताया कि शुरुआती सेवाएं तभी शुरू हो सकती हैं जब 578 सैटेलाइट अंतरिक्ष में पहुंच जाएंगे। धीरे-धीरे और जब सैटेलाइट जुड़ेंगे, तब इसका कवरेज भूमध्यरेखा के आसपास तक फैलेगा।
कुइपर मिशन से जेफ बेजोस क्या है उम्मीद
स्टारलिंक पहले ही 8,000 से ज्यादा सैटेलाइट्स भेज चुका है और अब हर सप्ताह कम से कम एक मिशन लॉन्च कर रहा है। इससे स्टारलिंक के 5 मिलियन से ज्यादा ग्राहक 125 देशों में जुड़ चुके हैं। यही वजह है कि Amazon के लिए यह बाजार थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हालांकि, Amazon के फाउन्डर जेफ बेजोस का मानना है कि इस बढ़ती मांग के वजह से दोनों कंपनियां सफल हो सकती हैं।
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साथ ही Amazon ने 2023 में अपने कुइपर टर्मिनल यानी इस सर्विस को इस्तेमाल करने के लिए जरूरी किट को पेश किया, जिनमें एक एलपी रिकॉर्ड के आकार का टर्मिनल और एक छोटे आकार का टर्मिनल भी शामिल है। इन टर्मिनल्स की कीमत 400 डॉलर (भारतीय रुपयों में करीब 33 हजार रुपए) से कम रखने का लक्ष्य है, ताकि आम ग्राहक भी इसका इस्तेमाल कर सकें। 2022 में, Amazon ने 83 रॉकेट लॉन्च के सौदे किए, जो अब तक का सबसे बड़ा लॉन्च समझौता है। इसमें ULA, फ्रांस की एरियनस्पेस और जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन शामिल हैं।