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Axiom-4 Mission: 8 जून को स्पेस में जाएंगे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला

8 जून को Axiom Space कंपनी Axiom-4 मिशन को लॉन्च करेगी, जिसमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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Ax-4 मिशन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला।(Photo Credit: Wikimedia Commons)

भारत के लिए अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण जल्द ही आने वाला है। Axiom Space कंपनी ने अपनी अगली अंतरिक्ष यात्रा Axiom-4 मिशन (Ax-4) की लॉन्चिंग तिथि घोषित कर दी है, जिसमें स्पेस यात्री अंतरिक्ष में जाएंगे। इस मिशन की खास बात यह है कि इसमें पहली बार भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री एक साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा पर जाएंगे। इस उड़ान में भारत की तरफ से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला शामिल हैं, जो इस स्पेसशिप को अंतरिक्ष में उड़ाने वाले पायलट होंगे।

कब होगी मिशन की लॉन्चिंग?

Axiom Space ने बुधवार रात घोषणा की है कि उनका Ax-4 मिशन की लॉन्चिंग 8 जून 2025 को सुबह 9:11 बजे (पूर्वी अमेरिका समयानुसार) की जाएगी, जो भारत के समयानुसार शाम 6:40 बजे होगी। इस मिशन के लिए SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा, जो फ्लोरिडा के Kennedy Space Center के लॉन्च पैड 39A से अंतरिक्ष की ओर रवाना होगी। यह रॉकेट Axiom-4 क्रू को SpaceX के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए ISS तक पहुंचाएगा।

 

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भारत के लिए खास है ये मिशन

यह मिशन भारत के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो भारतीय वायुसेना के अनुभवी पायलट हैं, पहली बार किसी अमेरिकी कमर्शियल अंतरिक्ष मिशन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले भारत ने लगभग चार दशकों तक किसी मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन में हिस्सा नहीं लिया था। भारत सरकार इस मिशन पर लगभग 548 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।

कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला?

शुभांशु शुक्ला का जन्म 1985 में लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के पूर्व छात्र हैं। 17 जून 2006 को उन्हें भारतीय वायु सेना के कम्बैट विंग में शामिल किया गया। एक अनुभवी फाइटर पायलट और टेस्ट पायलट के रूप में, उन्होंने 2,000 से ज्यादा जेट उड़ाने का अनुभव हासिल किया है। उन्होंने सुखोई-30एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और एएन-32 जैसे कई प्रकार के लड़ाकू और परिवहन विमान उड़ाए हैं।

बाकी क्रू मेंबर कौन हैं?

Ax-4 मिशन की कमान पेगी व्हिटसन संभालेंगी, जो अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं और कई बार अंतरिक्ष में यात्रा कर चुकी हैं। उनके साथ दो अन्य मिशन विशेषज्ञ शामिल होंगे — स्लावोश उज़्नांस्की-विस्निएव्स्की (पोलैंड) और तिबोर कपू (हंगरी)। ये सभी सदस्य अपने-अपने देशों के सरकारी सहयोग से इस मिशन में भाग ले रहे हैं। यह मिशन एक सरकारी सहयोग से होने वाला अंतरराष्ट्रीय अभियान बन गया है।

मिशन का उद्देश्य और महत्व

Ax-4 मिशन का ऑपरेशन अमेरिका की निजी अंतरिक्ष कंपनी Axiom Space द्वारा किया जा रहा है, जिसमें NASA और SpaceX भी साझेदार हैं। इस मिशन का काम अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना, वैज्ञानिक रिसर्च करना और अंतरिक्ष में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा है। मिशन के तहत, अंतरिक्ष यात्री ISS पर लगभग 14 दिनों तक रहेंगे और कई वैज्ञानिक प्रयोगों, स्टडी प्रोग्राम और व्यावसायिक गतिविधियों में भाग लेंगे।

 

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वैज्ञानिक प्रयोग और अनुसंधान

मिशन के दौरान, अंतरिक्ष यात्री माइक्रोग्रैविटी में मांसपेशियों की कमजोरी और माइक्रोऑर्गैनिस्म का स्पेस में पनपने की क्षमता। साथ ही दिमाग पर स्क्रीन के इस्तेमाल के प्रभाव का जांचा जाएगा। अंतरिक्ष में फसलों की सहनशीलता और विकास पर प्रयोग।

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