चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई जल्द ही भारत में अपना पहला कॉरपोरेट ऑफिस खोलने जा रही है। कंपनी ने ऐलान किया है कि 2025 के आखिर तक दिल्ली में ऑफिस शुरू किया जाएगा। ओपनएआई के को फाउंडर और अमेरिकी अरबपति सैम ऑल्टमैन ने कहा कि भारत उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण बाजार के तौर पर साबित हो सकता है, क्योंकि यहां बेहतरीन टेक्नोलॉजी टैलेंट, बड़ा डेवलपर इकोसिस्टम और सरकार की मजबूत AI नीति मौजूद है।
फिलहाल भारत में ओपनएआई की केवल एक ही कर्मचारी हैं, जिनका नाम प्रज्ञा मिश्रा है। प्रज्ञा कंपनी की पब्लिक पॉलिसी और पार्टनरशिप को संभालती हैं लेकिन अब कंपनी ने नई भर्ती शुरू कर दी है। सैम ऑल्टमैन ने बयान में कहा, 'भारत के पास एक वैश्विक AI लीडर बनने के लिए सभी जरूरी गुण मौजूद हैं, जैसे की शानदार टेक टैलेंट, वर्ल्ड-क्लास डेवलपर इकोसिस्टम और सरकार का मजबूत समर्थन। उन्होंने कहा, इंडिया AI मिशन के जरिए, हमारा पहला ऑफिस खोलना और एक लोकल टीम तैयार करना, भारत भर में एडवांस्ड AI को असानी से पहुंचाना और AI फॉर इंडिया, विद इंडिया बनाने की दिशा में पहला बड़ा कदम है।'
भारत में इन कामों को कर सकती है Open AI
द इंडिया पुश
भारत अमेरिका के बाद चैटजीपीटी का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है। पिछले एक साल में यहां हर हफ्ते एक्टिव रहने वाले यूजर्स की संख्या चार गुना बढ़ गई है। भारत में चैटजीपीटी का इस्तेमाल करने वाले छात्रों की संख्या भी दुनिया में सबसे ज्यादा है। खास बात यह है कि डेवलपर्स के मामले में भी भारत ओपनएआई के टॉप 5 देशों में गिना जाता है।
मेड फॉर इंडिया
भारत के यूजर्स को ध्यान में रखते हुए ओपनएआई ने ChatGPT Go नाम का एक खास प्लान सिर्फ भारत के लिए शुरू किया है। इसकी कीमत 399 रुपये प्रति माह है। इसका पेमेंट यूपीआई के जरिए किया जाता है। इस प्लान में यूजर्स को फ्री वर्जन के मुकाबले 10 गुना ज्यादा मैसेज और इमेज बनाने की सुविधा मिलती है।
इसके अलावा दो और प्लान भी हैं – ChatGPT Plus (1,999/माह) और ChatGPT Pro (19,900/माह)। इन प्लानों में यूजर्स को फास्ट रिस्पॉन्स, प्रायोरिटी एक्सेस और ज्यादा इस्तेमाल करने की सुविधा दी जाती है।
AI फॉर इंडिया
ऑल्टमैन ने भारत के लिए ओपेन एआई अकेडमी की घोषणा की है। यह एक AI ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जिसे भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के साथ मिलकर चलाया जाएगा। इस पहल के जरिए GPT-5 मॉडल अब भारतीय भाषाओं को पहले से बेहतर समझ सकता है। भारत में चैटजीपीटी के सबसे बड़े यूजर्स छात्र हैं, इसलिए कंपनी ने उनके लिए स्टडी मोड लॉन्च किया है। इसमें छात्रों को व्यक्तिगत जवाब, इंटरैक्टिव सवाल-जवाब और स्टेप-बाय-स्टेप आउटपुट मिलता है, जिससे पढ़ाई आसान और रोचक बन जाती है।
बिल्ट इन इंडिया
नई दिल्ली में ऑफिस खोलने के अलावा, ओपनएआई इस साल अगस्त में भारत में अपना पहला एजुकेशन समिट और उसके बाद पहला डेवलपर डे आयोजित करेगी। इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स, डेवलपर्स, स्टार्टअप्स और कंपनियों को एक साथ लाना है, जो भारत के लिए AI डेवलप कर रहे हैं।
इंडिया फॉर AI
केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, भारत में ओपनएआई की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि देश डिजिटल इनोवेशन और AI अपनाने में आगे बढ़ रहा है। सरकार ने यह भी कहा कि ओपनएआई के साथ मिलकर इंडिया AI मिशन पर काम किया जाएगा, जिससे भारत के टेक टैलेंट और डेवलपर इकोसिस्टम का पूरा फायदा उठाया जा सके।
इसी तरह का एक मिशन MeitY ने सर्वम AI के साथ भी शुरू किया है। यह AI स्टार्टअप, प्रत्यूष कुमार और विवेक राघवन ने शुरू किया था। इसे भारतीय भाषाओं और विभिन्न उपयोगों के लिए LLMs (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) तैयार किया जा रहा है। इसमें कंटेंट क्रिएशन, ट्रांसलेशन, चैटबॉट्स, टेक्स्ट, भावनात्मक विश्लेषण और शिक्षा से जुड़े टूल्स शामिल हैं। ये सभी खास तौर पर भारतीय भाषाओं के लिए बनाए गए हैं।