अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की कंपनी Blue Origin ने अपने नए रॉकेट, न्यू ग्लेन, की पहली परीक्षण उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। यह कदम अंतरिक्ष में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए उठाया गया है और इसे एलन मस्क की SpaceX से मुकाबले की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
न्यू ग्लेन रॉकेट को फ्लोरिडा के ऐतिहासिक लॉन्चपैड से लॉन्च किया गया है, जिसे पहले नासा के प्रमुख मिशनों के लिए इस्तेमाल किया गया था।
रॉकेट की विशेषताएं और मिशन की उपलब्धि
न्यू ग्लेन रॉकेट को खासतौर पर पृथ्वी की कक्षा में सैटेलाइट भेजने और भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह रॉकेट 320 फीट लंबा है और इसकी पहली उड़ान में एक प्रोटोटाइप सैटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया। हालांकि, रॉकेट के पहले चरण को अटलांटिक महासागर में एक बार्ज पर लैंड कराने की कोशिश असफल रही, लेकिन कंपनी ने इसे परीक्षण प्रक्रिया का हिस्सा बताया।
मिशन कुल छह घंटे का था और रॉकेट का दूसरा चरण सुरक्षित रूप से कक्षा में स्थिर किया गया। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्लू ओरिजिन ने इस मिशन को ‘बड़ी सफलता’ करार दिया।
लॉन्च के दौरान और उसके बाद आई तकनीकी चुनौतियां
लॉन्च के दौरान कुछ तकनीकी चुनौतियां भी सामने आईं। पाइपलाइन में बर्फ जमने की समस्या की वजह से लॉन्च में देरी हुई। इसके बावजूद, न्यू ग्लेन रॉकेट ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। हालांकि, पहले चरण का रीसायकल न हो पाना एक चुनौती रही, लेकिन ब्लू ओरिजिन ने इसे परीक्षण के दौरान सीखने की प्रक्रिया बताया।
कंपनी का बयान और भविष्य की योजनाएं
ब्लू ओरिजिन ने स्पष्ट किया कि मिशन का पहला लक्ष्य सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित करना था, जो पूरी तरह सफल रहा। जेफ बेजोस ने इसमें खुद व्यक्तिगत रूप से हिस्सा लिया, हालांकि उन्होंने परियोजना में किए गए निवेश के आंकड़े साझा नहीं किए।
इस सफलता के साथ, ब्लू ओरिजिन ने अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी जगह को और मजबूत किया है। कंपनी का मानना है कि इस परीक्षण से मिली सीख उन्हें भविष्य में बेहतर परिणाम हासिल करने में मदद करेगी।