भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने 30 जनवरी को एक बड़ा और ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय तक स्पेसवॉक करने वाली महिला बन गईं हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड पेगी व्हिटसन के नाम था, जिन्होंने कुल 60 घंटे 21 मिनट तक स्पेसवॉक किया था। सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ISS से बाहर निकलकर लगभग 5.5 घंटे तक स्पेसवॉक किया। जिससे यह सबसे लंबे स्पेसवॉक की श्रेणी में चौथे स्थान पर है।
स्पेसवॉक से जुड़ी जरूरी बातें
नासा ने बताया कि सुनीता विलियम के स्पेसवॉक की शुरुआत सुबह 8 बजे (ईस्टर्न टाइम) पर हुई थी। नासा ने इसे यूट्यूब और अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव प्रसारित किया था। बता दें कि ये अमेरिका का 92वीं स्पेसवॉक मिशन था।
इस स्पेसवॉक में सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने ISS के हार्डवेयर की जांच की, साथ ही सुनीता ने डेस्टिनी लैबोरेटरी और क्वेस्ट एयरलॉक से सतह के नमूने भी इकट्ठा किए, जिनका आगे वैज्ञानिक स्टडी करें। सुनीता विलियम्स का ये 9वां और बुच विलमोर का ये 5वां स्पेसवॉक था और इस स्पेसवॉक के लिए 6.5 घंटे का अनुमान लगाया गया था।
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सुनीता विलियम्स का पृथ्वी पर आने में देरी क्यों?
ISS पर मौजूद सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की पृथ्वी पर वापसी में हो रही देरी चर्चा का विषय बनी हुई है। NASA ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि इसका कारण उनके स्पेसक्राफ्ट बोइंग स्टारलाइनर में तकनीकी दिक्कतें थीं। गोरतलब है कि ये दोनों जून 2024 से ISS में मौजूद है, जबकि इनका पूरा मिशन 8-10 दिन का था। हालांकि, तकनीकी समस्याओं के चलते उनकी वापसी टलती गई।
स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने इस मामले में बयान दिया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने SpaceX से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाने में मदद करें के लिए कहा है। एलन मस्क ने अपने आधिकारिक X हैंडल से ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि , 'राष्ट्रपति ने SpaceX से कहा है कि वे ISS पर फंसे दो अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द से जल्द वापस लाएं। हम ऐसा जल्द से जल्द करेंगे। यह बेहद दुखद है कि बाइडन प्रशासन ने इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को इतने लंबे समय तक वहां रहने दिया।'