Ola के CEO भाविश अग्रवाल के लिए आय-दिन मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। जहां एक तरफ सितंबर 2024 में कर्नाटक के कलबुर्गी में ग्राहक द्वारा शोरूम को आग लगाने की घटना सामने आई थी, वहीं दूसरी तरफ बीते महीने बंगलुरु में ओला स्कूटर में लगी आग की घटना ने लोगों के मन में कंपनी के प्रति कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब एक और परेशानी भाविश अग्रवाल के लिए खड़ी होती हुई नजर आ रही है। यह मामला कंपनी के AI वेंचर Krutrim AI से जुड़ी हुई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ओला के कृत्रिम AI ने अपने पहले साल में कोई कमाई नहीं की है, वहीं इस AI मॉडल के R&D में कंपनी के 134 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो चुके हैं। यूजर्स के लिए यह AI मॉडल अभी बीटा वर्जन में उपलब्ध है और कंपनी इसे अगले साल यानी 2025 में लॉन्च करने की योजना बना रही है। बता दें कि इससे कंपनी को करीब 2.8 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
किन क्षेत्रों में हाथ आजमा रहे हैं भाविश अग्रवाल?
3 दिसंबर 2010 को भाविश अग्रवाल और अंकित भाटी ने ओला की शुरुआत की थी। सबसे पहले कंपनी ने ग्राहकों को कैब सर्विस देने पर काम किया। इसके बाद 2017 में ओला इलेक्ट्रिक की शुरुआत हुई। ओला इलेक्ट्रिक ने सबसे पहले इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर ई-रिक्शा पर काम किया और फिर 2021 में अपने पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर Ola S1 और Ola S1 Pro को लॉन्च किया। ओला स्कूटर के लॉन्च के बाद से ही इसके तकनीकी खामियों ने भी कई सुर्खियां बटोरी हैं।
ओला कैब्स और ओला इलेक्ट्रिक के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लिथियम-आयन बैटरी निर्माण और अन्य तकनीकों पर काम के लिए ओला सेल टेक्नोलॉजी को स्थापित किया गया था। साथ ही इससे पहले ओला फाइनेंशियल सर्विसेज की शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी। इसे ओला ने अपने पेमेंट और वॉलेट सिस्टम के रूप में लॉन्च किया, जिसे ‘ओला मनी’ नाम दिया गया। साथ ही ओला ने कई कंपनियों का अधिग्रहण भी किया है, जिसमें Avail Finance और GeoSpoc फिनटेक कंपनियां शामिल हैं। वहीं अब कंपनी AI की बढ़ती मांग के बीच AI वेंचर कृत्रिम AI पर काम कर रही है, जिसका बीटा वर्जन सभी उपलब्ध है।
ओला के प्रति ग्राहकों की असंतुष्टि के बड़े कारण
ग्राहकों ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में गुणवत्ता से जुड़ी समस्याओं की शिकायत की है। इनमें बैटरी चार्जिंग में दिक्कत, रेंज में कमी, और स्कूटर के हार्डवेयर जैसे सस्पेंशन और ब्रेक से संबंधित मुद्दे शामिल हैं। साथ ही कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि कंपनी द्वारा कथित तौर ग्राहकों को बिक्री के बाद मिलने वाली पर्याप्त सेवा नहीं दी जाती है। खराबी की स्थिति में स्कूटर्स की मरम्मत में देरी होती है। ये कुछ कारण हैं जो ओला के प्रति ग्राहकों की असंतुष्टि को बढ़ा रहे हैं।