Ola Electric ने अपने बढ़ते आर्थिक घाटे को कम करने के लिए 1,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। यह कदम कंपनी के भीतर पांच महीनों में दूसरी बार लिया गया है। इससे पहले, नवंबर 2024 में Ola इलेक्ट्रिक ने करीब 500 कर्मचारियों की छंटनी की थी।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया है कि इस बार की छंटनी कई विभागों को प्रभावित करेगी, जिनमें प्रोक्योरमेंट, फुलफिलमेंट, कस्टमर रिलेशन और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। इसके अलावा, कंपनी ने अपने कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को भी हटाने का फैसला किया है। बता दें कि मार्च 2024 तक, Ola इलेक्ट्रिक में लगभग 4,000 कर्मचारी काम कर रहे थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस छंटनी का असर कंपनी के एक-चौथाई से अधिक कर्मचारियों पर पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: 14 साल बाद माइक्रोसॉफ्ट बंद करने जा रहा है Skype, अब क्या चुनें
बढ़ते वित्तीय घाटे का दबाव
जापानी निवेशक कंपनी सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प से समर्थन वाले Ola इलेक्ट्रिक अभी आर्थिक तौर पर गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। दिसंबर 2024 की तिमाही में कंपनी का घाटा 50% तक बढ़ गया। इस दौरान कंपनी ने 564 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी दौरान ये 376 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, दिसंबर तिमाही में कंपनी की कुल आय भी 19.4% घटकर 1,045 करोड़ रुपये रह गई।
कंपनी के इस फैसले को लेकर एक प्रवक्ता ने कहा कि Ola इलेक्ट्रिक ने अपने फ्रंट-एंड ऑपरेशंस को ऑटोमेट कर दिया है, जिससे लागत में कमी आई है, साथ ही अनुमान है कि इससे ग्राहकों का अनुभव बेहतर हुआ है और कुछ भूमिकाओं को खत्म कर उत्पादकता बढ़ाई गई है। कंपनी अपने कस्टमर सर्विस को भी ऑटोमेट करने की प्रक्रिया में है ताकि कामकाज को और प्रभावी बनाया जा सके।
शेयर बाजार में गिरावट और ग्राहकों की नाराजगी
Ola इलेक्ट्रिक ने अगस्त 2024 में शेयर बाजार में अपना आईपीओ लॉन्च किया था लेकिन इसके बाद से इसके शेयरों में 60% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान कंपनी को भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।
यह भी पढ़ें: OpenAI के GPT-4.5 की अच्छाइयां जानते हैं, कमियां गिन लीजिए
इसके अलावा, सोशल मीडिया पर ग्राहकों की नाराजगी भी बढ़ी है। हाल ही में, Ola इलेक्ट्रिक ने फरवरी 2025 में 25,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे और 28% बाजार हिस्सेदारी हासिल की। हालांकि, यह कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल द्वारा तय किए गए 50,000 मासिक बिक्री के लक्ष्य से बहुत कम था।