SpaceX ने अपने बड़े Starlink नेटवर्क में नई कड़ी जोड़ते हुए हाल ही में 28 सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा। यह लॉन्च 24 अप्रैल 2025 को अमेरिकी समय अनुसार रात 9:52 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन के लॉन्च कॉम्प्लेक्स-40 से किया गया।
Falcon 9 की लॉन्च प्रक्रिया
लॉन्च के करीब ढाई मिनट बाद, Falcon 9 का पहला हिस्सा ऊपरी हिस्से से अलग हो गया। फिर लगभग छह मिनट के भीतर, इस हिस्से ने सटीक तरीके से अटलांटिक महासागर में तैनात SpaceX के ड्रोनशिप "ए शॉर्टफॉल ऑफ ग्रेविटास" पर लैंडिंग कर ली। यह Falcon 9 बूस्टर B1069 की 23वीं सफल उड़ान थी और इसमें से 19वीं बार इसने Starlink मिशन का समर्थन किया। इस बीच, रॉकेट का ऊपरी हिस्सा आगे बढ़ता रहा और एक घंटे के भीतर 28 सैटेलाइट्स को निचली पृथ्वी कक्षा (लो अर्थ ऑर्बिट) में स्थापित कर दिया।
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यह सैटेलाइट Starlink 6-74 मिशन का हिस्सा हैं। अब Starlink नेटवर्क में 7000 से ज्यादा सक्रिय सैटेलाइट काम कर रहे हैं। हर नए लॉन्च के साथ SpaceX का उद्देश्य दुनिया के लगभग हर हिस्से, खासकर दूर-दराज के इलाकों तक तेज़ इंटरनेट सेवा पहुँचाना है। हालांकि ध्रुवीय क्षेत्रों को इस योजना में शामिल नहीं किया गया है। आने वाले दिनों में ये नए सैटेलाइट अपने निर्धारित कक्षीय स्थानों पर व्यवस्थित हो जाएंगे।
गुरुवार का यह लॉन्च साल का 47वां Falcon 9 मिशन था और इनमें से 30 मिशन सिर्फ Starlink सैटेलाइट्स के लिए किए गए हैं। इससे दूरदराज तक इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने काम किया जा रहा है। Falcon 9 की बार-बार इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नॉलजी और हर मिशन में सटीक लैंडिंग ने SpaceX को अंतरिक्ष यात्रा और सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा दोनों क्षेत्रों में क्रांति लाने वाला बना दिया है।