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क्या है? काम कैसे करता है? तहलका मचाने वाले Grok की पूरी कहानी

आज के समय में Grok कुछ ज्यादा ही चर्चा में है। इससे कुछ भी सवाल करो तो उसका जवाब दे दे रहा है और इसके तमाम स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं। ऐसे में जानते हैं कि यह Grok कैसे काम करता है और बाकी AI सिस्टम से कितना अलग है?

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प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: X)

वैसे तो आज के समय में कई AI चैटबॉट मौजूद हैं, जो तमाम सवालों के जवाब देते हैं। मगर इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में Grok है। बाकी चैटबॉट तो कुछ सवालों के जवाब नहीं दे पाते हैं लेकिन Grok के पास हर सवाल का जवाब है और यही उसे खास बना रहा है। 


सोशल मीडिया पर Grok पर पूछे गए सवाल और उनके जवाबों के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं। इतना ही नहीं, अब इस पर भी दो धड़े बंट गए हैं। एक धड़ा Grok से पूछता है- 'भारत के सबसे बड़े विरोधी कौन लोग हैं?' तो दूसरा धड़ा सवाल करता है- 'भारत में सबसे ज्यादा फेक न्यूज कौन फैला रहा है?' खैर, Grok भी इन सवालों के जवाब दे रहा है और कुछ दिन से X पर ट्रेंड में बना हुआ है।

 

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Grok की पूरी ABCD जानें

  • क्या है यह?: जैसे ChatGPT, DeepSeek या MetaAI हैं, उसी तरह से Grok भी है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट है, जो सवालों के जवाब देता है।
  • बनाया किसने है इसे?: इसे एलन मस्क की कंपनी xAI ने बनाया है। आपको किसी भी सवाल का जवाब चाहिए तो X पर @Grok पर जाकर पूछ सकते हैं या X पर ही साइडबार में इसका ऑप्शन आता है।
  • कब से है यह?: नवंबर 2023 में Grok का पहला वर्जन लॉन्च किया गया था। सबसे नया वर्जन Grok-3 है, जिसे इसी साल फरवरी में लॉन्च किया गया है। एलन मस्क का दावा है कि यह पिछले वर्जन से 10 गुना ज्यादा पावरफुल है।

यह काम कैसे करता है?

Grok-3 को xAI के 'कोलोसस' नाम के सुपरकंप्यूटर से ट्रेनिंग दी गई है। एलन मस्क ने कहा था, 'Grok को मजाक करना पसंद है। दूसरे AI चैटबॉट जिन सवालों का जवाब देने से बचते हैं, यह उनके भी जवाब देगा।'


इसे बनाने वालों में इसने अरबों वर्ड्स और सेंटेंस डाले हैं, ताकि यह हर सवाल को सही तरीके से समझ सके। इसके लिए लाखों GPU ने काम किया है। 


जब कोई यूजर Grok से कोई सवाल पूछता है तो वह अपने डेटा में इसका जवाब ढूंढता है। आपने जिस तरह से सवाल किया है, उसी तरह से जवाब देने की कोशिश करता है। यह सबकुछ सेकेंड्स में होता है। 


आसान भाषा में कहें तो Grok एक 'डिजिटल दिमाग' की तरह है, जिसमें लाखों-करोड़ों किताबों, खबरों, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर मौजूद हर जानकारी मौजूद है। जब कोई सवाल पूछता है तो इस डेटा को खंगाला जाता है और उसका जवाब देता है।

 

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जवाब देने के लिए क्या करता है?

इसे सुपरकंप्यूटर्स की मदद से ट्रेनिंद दी गई है। जब भी कोई यूजर इससे सवाल करता है तो वह उसके सवाल को तोड़ता है और उसके आधार पर जवाब तैयार करता है।


उदाहरण के लिए, अगर आप इससे सवाल करते हैं- 'भारत का प्रधानमंत्री कौन हैं? और भारत में अब तक कितने प्रधानमंत्री रहे हैं?' तो Grok इस सवाल को दो हिस्से तोड़ेगा और इसके जवाब अपने डेटा में खंगालेगा। यह सारा प्रोसेस मिलीसेकंड में होता है। 


किसी भी सवाल का जवाब ढूंढने के लिए इसके दो रास्ते हैं। पहला- ट्रेनिंग डेटा से जवाब ढूंढता है। यानी, इसके डेटा में पहले से ही करोड़ों-अरबों सवालों के जवाब मौजूद हैं। दूसरा- अगर सवाल नया है तो यह X पोस्ट या वेब सर्च की मदद लेता है। 


उदाहरण के लिए, अगर आप इससे पूछें कि 'भारत में अब तक कितने प्रधानमंत्री रहे हैं?' तो यह इसका जवाब अपने डेटा से दे देगा। मगर आप पूछें कि '2029 में कौन प्रधानमंत्री बनेगा?' तो Grok इसका जवाब वेब सर्च और X पोस्ट्स का एनालिसिस कर जवाब देगा- 'अभी के ट्रेंड्स देखें तो नरेंद्र मोदी या बीजेपी का कोई और नेता (योगी या अमित शाह) के प्रधानमंत्री बनने की संभावना है लेकिन अगर कोई बड़ा उलटफेर हुआ या विपक्ष एकजुट हुआ तो राहुल गांधी या कोई चौंकाने वाला नाम भी सामने आ सकता है।'

 

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यह इतना पॉपुलर क्यों हो रहा है?

इसके पॉपुलर होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि यह हर सवाल का जवाब देता है, फिर चाहे वह किसी से भी जुड़ा है। आमतौर पर बाकी AI सिस्टम ऐसा नहीं करते या जवाब देने से बचते हैं। मगर Grok में ऐसा नहीं है। 


दूसरा कारण यह है कि यह जवाब भी उसी तरह देता है, जैसे सवाल पूछा गया हो। उदाहरण के लिए अगर आपने इससे मजाकिया अंदाज में कोई सवाल किया है तो वह इसका जवाब भी मजाकिया अंदाज में देगा। इतना ही नहीं, अगर आप इसके साथ 'भाई' या 'दोस्त' करके या अपनी देसी स्टाइल में सवाल करते हैं तो उसका जवाब भी वह उसी स्टाइल में देगा। बाकी AI सिस्टम तो अभी हिंदी में अच्छे से जवाब भी नहीं दे पाते, लेकिन Grok इसमें भी माहिर है।


तीसरी बड़ी वजह यह है कि यह राजनीति से जुड़े सवालों के जवाब भी दे देता है, जबकि बाकी सिस्टम ऐसा करने से बचते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप इससे सवाल करते हैं- 'क्या ट्रंप की नीतियों से अमेरिका को नुकसान हो सकता है?' तो Grok इसका भी जवाब देता है और पूरा समझाते हुए। 

 

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बाकी AI सिस्टम से कितना बेहतर है?

यह सवाल हमने Grok से पूछा। हमने पूछा ChatGPT, Meta AI और DeepSeek से Grok कितना बेहतर है? तो उसने कई आधार पर चारों AI सिस्टम की तुलना की।


Grok ने बताया कि वह रियल टाइम डेटा लेता है। ताजा खबरों या ट्रेंड्स की जानकारी दे सकता है। ChatGPT भी रियल टाइम सर्च करता है लेकिन कई बार उसका डेटा पुराना हो सकता है। DeepSeek ओपन-सोर्स है, जो टेक्निकल डेटा पर फोकस है और वह रियल टाइम में थोड़ा पीछे है। वहीं, Meta AI का बाहर की दुनिया में कम दखल है।


Grok ने यह भी बताया कि वह रीजनिंग, कोडिंग और सच बोलने में आगे है। ChatGPT कोडिंग और चैटिंग में अच्छा है लेकिन सेंसरशिप के कारण थोड़ा कमजोर है। DeepSeek मैथ्स, साइंस और कोडिंग में टॉप पर है लेकिन क्रिएटिविटी और पॉलिटिकल जवाब में पीछे है। इसी तरह Meta AI सोशल डेटा और प्राइवेसी में ठीक है पर बाकी फील्ड में कमजोर है।

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