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अमेरिकी VISA के लिए जल्दबाजी लगवा सकती है लाखों की चपत

अमेरिकी वीजा से जुड़ा साइबर क्राइम अब पैर पसार रहा है। जानिए क्या है वीजा से जुड़ा साइबर क्राइम और कैसे इससे बचें।

Image of Visa Stamp

सांकेतिक चित्र(Photo Credit: Canva Image)

आज के डिजिटल युग में जब सारी सेवाएं ऑनलाइन हो गई हैं, तब लोगों को सुविधाएं तो मिल रही हैं लेकिन खतरे भी उतने ही बढ़ गए हैं। हाल ही में बेंगलुरु में सामने आए एक अमेरिकी VISA घोटाले ने यह साफ कर दिया है कि साइबर अपराधी अब वीजा प्रक्रिया में हो रहे बदलावों का फायदा उठाकर आम लोगों को फंसा रहे हैं। यह मामला सिर्फ पैसों की ठगी नहीं, बल्कि पहचान की चोरी और डेटा के गलत इस्तेमाल का गंभीर मामला है।

साइबर क्राइम कैसे काम करता है?

साइबर अपराधी खुद को एजेंट या जानकार बताकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (जैसे टेलीग्राम, व्हाट्सऐप) पर ऐसे चैनल बनाते हैं जो दिखने में असली लगते हैं। ये लोग दावा करते हैं कि वे VISA अपॉइंटमेंट को जल्दी दिलवा सकते हैं, जो आमतौर पर महीनों या सालों बाद की डेट होती है।

 

पहले ये धोखेबाज नाम मात्र की राशि (जैसे 10,000 रुपए) लेकर पीड़ित का भरोसा जीतते हैं। जैसे ही व्यक्ति पैसा भेजता है, अगला कदम चालू हो जाता है।

 

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इसके बाद ये लोग VISA पोर्टल की लॉगिन जानकारी मांगते हैं, यह कहकर कि वे अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर देंगे। व्यक्ति आसानी से अपनी यूजर आईडी, पासवर्ड, और कभी-कभी ओटीपी भी साझा कर देता है।

 

एक बार जब लॉगिन डिटेल्स मिल जाती हैं, तब अपराधी पीड़ित के खाते का पासवर्ड बदल देता है और उसे बाहर कर देता है। फिर दोबारा पैसे मांगता है – "अगर और पैसा नहीं दिया, तो तुम्हारा VISA प्रोफाइल डिलीट कर देंगे या गलत जानकारी डाल देंगे।"

 

अब जब उसके पास पीड़ित का पासपोर्ट स्कैन, फोटो, फिंगरप्रिंट अपॉइंटमेंट की जानकारी और अन्य जरूरी दस्तावेज़ होते हैं, तो वह उन जानकारियों का दुरुपयोग किसी और फर्जी आवेदन या धोखाधड़ी के लिए कर सकता है।

इस तरह के साइबर अपराध से क्या खतरे हैं?

अगर लॉगिन और सिक्योरिटी डिटेल्स बदल दी जाएं, तो अकाउंट रिकवर करना मुश्किल हो जाता है।

 

अमेरिकी दूतावास या अन्य दूतावास अगर किसी खाते में अजीब गतिविधि पाते हैं, तो उस प्रोफाइल को ब्लॉक कर सकते हैं या "धोखाधड़ी" के तहत रिपोर्ट कर सकते हैं।

 

व्यक्ति की निजी जानकारी का इस्तेमाल बैंक धोखाधड़ी, फर्जी पासपोर्ट बनवाने या अन्य अवैध कार्यों में किया जा सकता है।

इससे बचने के उपाय

कोई भी सरकारी या आधिकारिक एजेंसी आपसे पासवर्ड या ओटीपी नहीं मांगती। चाहे कितनी भी विश्वसनीय लगे, किसी को अपनी VISA साइट की जानकारी न दें।

 

कोई भी "हजारों फॉलोवर" वाला चैनल जरूरी नहीं कि असली हो। सोशल मीडिया की संख्या नहीं, स्रोत की प्रामाणिकता देखें।

 

यूएस VISA या अन्य देशों के VISA आवेदन की प्रक्रिया केवल उनके आधिकारिक पोर्टल (जैसे ustraveldocs.com) से करें। किसी बाहरी एजेंट की मदद से बचें।

 

अपने और परिवार के लोगों को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक करें – जैसे दो-चरणीय सुरक्षा (2FA), मजबूत पासवर्ड, और साइबर अलर्ट पर ध्यान देना।

 

अगर आप धोखे का शिकार हुए हैं, तो तुरंत अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराएं। साथ ही VISA पोर्टल के सपोर्ट से संपर्क करें।

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