राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर विवादित बयान दिया है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गया में नीतीश कुमार की राजनीति और उनकी पार्टी का पिंडदान करने आ रहे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू सत्ता में है और एनडीए गठबंधन का अहम हिस्सा है। लालू यादव ने नीतीश कुमार की राजनीति और पार्टी को मृत बताया है।
हिंदू धर्म में किसी की मौत होने के बाद पिंडदान किया जाता है। पिंडदान एक हिंदू अनुष्ठान है जिसमें मृत पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिससे उन्हें मुक्ति मिले। बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) पर दिए गए लालू यादव के इस बयान की जमकर आलोचना हो रही है। लोगों ने लालू यादव को ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी है। कुछ लोगों ने लालू का समर्थन भी किया है।
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लालू यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आरजेडी:-
प्रधानमंत्री मोदी जी आज गया में नीतीश कुमार की राजनीति और उनकी पार्टी का पिंडदान करने आ रहे हैं।
पिंडदान वाली बात लालू ने क्यों कही है?
गया पिंडदान के लिए जाना जाता है। पितृपक्ष के दौरान हिंदू अपने पितरों की की आत्मा की शांति के लिए गया में धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। मान्यता है कि गयासुर के शरीर पर ही भगवान विष्णु ने यज्ञ किया था, जिसके बाद यहां पिंडदान करने से पूर्वज जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाते हैं।
शहनवाज हुसैन ने कहा- घबरा गए हैं लालू
बीजेपी नेता शहनवाज हुसैन ने कहा, 'लालू यादव का बयान बेहद आपत्तिजनक है। यह दर्शाता है कि वह कितने घबराए हुए हैं। जब भी पीएम मोदी बिहार आते हैं, महागठबंधन के नेता कांपने लगते हैं। यह कहना कि पीएम 'पिंडदान' के लिए आए हैं, दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बार बिहार की जनता महागठबंधन का 'पिंडदान' करेगी, क्योंकि एनडीए 200 से अधिक सीटें जीतेगा।'
केसी वेणुगोपाल ने कहा- लालू सही हैं
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'लालू यादव ने जो कहा है, वह सही है। वे गुजरात से सभी राज्यों को चला रहा है। वे यहां भी चाहते हैं कि मोदी-शाह राज करें।'
प्रमोद तिवारी ने कहा- लालू का अपना अंदाज है
प्रमोद तिवारी ने लालू के बयान पर सहमति जताई। उन्होंने कहा, 'लालू जी का अपना अंदाज है। गया जी वह स्थान है जहां लोग 'पिंड दान' करने जाते हैं। उन्होंने नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को इससे जोड़ा। यह उनका अपना स्टाइल है।'
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चिराग पासवान बोले- यह कैसी भाषा है
चिराग पासवान ने लालू यादव के इस बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा, 'यह गलत है। यह कैसी भाषा है? आप नीतियों पर सवाल उठाइए, SIR को मुद्दा बनाइए, यह ठीक है। लेकिन मुख्यमंत्री के खिलाफ 'पिंड दान' जैसी भाषा का इस्तेमाल करना गलत है, मैं इसकी निंदा करता हूं।'