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जहर से अमोनिया तक, चुनाव आयोग के सामने कैसे बदले केजरीवाल?

अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना के पानी में जहर छोड़ने के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों की सूझबूझ से दिल्ली जहरीला पानी पीने से बच गई।

Arvind Kejriwal

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। (Photo Credit: PTI)

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 'यमुना में जहर' वाले बयान पर बुरी तरह घिरे हैं। उन पर कांग्रेस से लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) तक एक जैसे आरोप लगा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार यमुना के पानी को जहरीला बना रही है।
 

चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर रिपोर्ट तलब की थी और उनसे कहा था कि वह अपने बयानों को सब साबित करने के लिए सबूत भी पेश करें। अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को चुनाव आयोग के सामने अपने बयान के संदर्भ में कुछ आंकड़े दिखाए हैं।

अरविंद केजरीवाल की चिट्ठी में क्या है?
अरविंद केजरीवाल ने 14 पन्नों की चिट्ठी लिखी है, जिसमें दिल्ली जल बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। जल बोर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि नदी में अमोनिया का स्तर इस हद तक पहुंच गया है, जिसे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट साफ नहीं कर सकते हैं। प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर सकते हैं।

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अरविंद केजरीवाल ने लिखा है, 'दिल्ली, पानी के लिए हरियाणा पर निर्भर है। दिल्ली को हरियाणा से पानी मिलता है, जिसे पीने लायक दिल्ली में बनाया जा रहा है। दिल्ली की ओर से छोड़े जा रहे पानी में प्रदूषण की मात्रा ज्यादा है, मानव स्वास्थ्य के लिए ऐसा पानी बेहद जहरीला है। 

केजरीवाल के किस दावे पर मचा है बवाल?
दिल्ली में विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी शहर की जल आपूर्ति में जहर मिला रही है, जिससे अराजकता पैदा की सके। उन्होंने कहा था, 'दिल्ली के लोगों को पीने का पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से मिलता है लेकिन हरियाणा सरकार ने यमुना से दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिलाकर यहां भेज दिया है। यह केवल हमारे दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की सतर्कता के कारण है कि यह पानी रोका गया है।

BJP और EC की शिकायत क्या है?
अरविंद केजरीवाल के इस दावे पर भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग ने कड़ा ऐतराज जताया था। यह मांग की गई थी कि अरविंद केजरीवाल अपने दावों को सबूत के साथ पेश करें। उन्होंने चेतावनी दी थी कि ऐसे बयान जिनकी वजह से लोगों में तकरार हो, शांति भंग हो,दंडनी अपराध हैं।

अरविंद केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा, 'हमारे पास तथ्य हैं, जिनसे साबित हो रहा है कि किसी कानून या किसी संहिता का उल्लंघन नहीं किया गया है। मैं चुनाव आयोग से विनम्र निवेदन करता हूं कि वह सुरक्षित पानी की उपलब्धता के प्रमुख मुद्दे पर हस्तक्षेप करे। हरियाणा राज्य को उचित निर्देश दे ताकि दिल्ली के नागरिकों को सुरक्षित मात्रा में पानी उपलब्ध कराया जा सके।'

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अरविंद केजरीवाल कांग्रेस और बीजेपी दोनों के निशाने पर हैं। बीजेपी ने उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है, वहीं कांग्रेस ने उन्हें उनके पुराने बयानों को लेकर घेरा है। 

राहुल गांधी ने क्या सवाल किया?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा, 'पांच साल पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह यमुना नदी में नहाएंगे और यमुना नदी का पानी पिएंगे। पांच साल हो गए हैं और आज तक केजरीवाल जी ने यमुना का पानी नहीं पिया है।

वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 57 सेकंड का एक वीडियो जारी किया है। वह यमुना के किनारे पानी छिड़कते और पानी पीते नजर आ रहे हैं। उन्होंने X पर लिखा, 'मैंने हरियाणा की सीमा पर पवित्र यमुना का पानी पिया। आतिशी जी नहीं आईं। वह कोई नया झूठ गढ़ रही होंगी झूठ के पैर नहीं होते। इसलिए आप-दा के झूठ काम नहीं आ रहे हैं।

 

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