इजरायल के गाजा टेक ओवर प्लान की हर बात, जो आप जानना चाहते हैं
दुनिया
• TEL AVIV 09 Aug 2025, (अपडेटेड 09 Aug 2025, 12:58 PM IST)
इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा सिटी पर कब्जा करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब इजरायल, गाजा पर पूरी तरह से नियंत्रण हासिल करेगा। दुनिया इजरायल के इस प्रस्ताव का मुखर होकर विरोध कर रही है।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू। (Photo Credit: Sora GPT, AI Generated Image)
इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने 10 घंटों तक लगातार चली बैठक के बाद गाजा सिटी पर कब्जे की योजना को मंजूरी दी है। दुनिया का मानना है कि अब इजरायल, गाजा पर कब्जा करना चाहता है। इजरायल के इस फैसले की आलोचना संयुक्त राष्ट्र के साथ-साथ ज्यादातर इजरायल विरोधी देशों ने की है। इजरायल के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि उन्हें आलोचनाओं से फर्क नहीं पड़ता, वे अपने फैसले पर अडिग हैं।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि इजरायली सरकार न तो आलोचना से डरती है, न ही दुनिया के प्रतिबंधों से। ये धमकियां और प्रतिबंध, इजरायल के इरादे कमजोर नहीं कर पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर दुनिया इजरायल के खिलाफ लामबंद भी हो जाए तो हम इसे देश में और एकजुटता की तरह देखेंगे।
यह भी पढ़ें: गाजा पर कब्जा करके क्या करना चाहता है इजरायल? नेतन्याहू ने बताया प्लान
इजरायल काट्ज, रक्षा मंत्री, इजरायल:-
आलोचना करने वाले देशों और प्रतिबंधों की धमकी से इजरायल का इरादा कमजोर नहीं होगा। हमारे दुश्मन हमें एकजुट और मजबूत देखेंगे। उन्हें करारा जवाब मिलेगा।
इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट का टेक ओवर प्लान है क्या?
- हमास के हथियारों को तबाह करना, लड़ाकों को खत्म कर देना
- सभी बंधकों को वापस लाना
- गाजा को सैन्य-मुक्त क्षेत्र बनाना
- गाजा पर पूरी तरह से नियंत्रण लेना
- हमास या फिलिस्तीनी अथॉरिटी के बिना नई नागरिक प्रशासन की स्थापना
इजरायली डिफेंस फोर्स। (Photo Credit: IDF) बेंजामिन नेतन्याहू, प्रधानमंत्री, इजरायल:-
इजरायल, गाजा को पूरी तरह से नियंत्रण में लेना चाहता है लेकिन वहां हम शासन नहीं करना चाहते हैं। हम प्रशासकीय यूनिट के तौर पर वहां नहीं रहना चाहते हैं। हम अरब देशो को ताकतों को इसे सौंपना चाहते हैं।
इजरायली सेना का पहला मकसद क्या है?
इजरायली मीडिया के मुताबिक इजरायली सेना का पहला चरण गाजा सिटी पर कब्जा करना है। यहां करीब 10 लाख लोगों दक्षिणी गाजा की ओर भेजा जाएगा। इजरायली सेना फिर उस दिशा की ओर रुख करेगी, जहां हमास ने बंधकों को रखा है। वहां मानवीय मदद भेजी जाएगी। कुछ हफ्तों बाद पूरे गाजा को इजरायल, अपने नियंत्रण में लेगा।
इजरायल के फैसले पर क्या कह रही है दुनिया?
इजरायल की इस योजना की कई देशों ने निंदा की है। ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त बयान में कहा कि यह योजना गाजा में हालात और खराब करेगी। गाजा में पहले से भयावह स्थितियां हैं। कोई भी कब्जा या किसी विदेशी जमीन पर बस्तियां बसाना, अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।
यह भी पढ़ें- डोनाल्ड ट्रंप ने इंटेल के CEO से मांगा इस्तीफा, उन पर क्या आरोप लगे?

संयुक्त राष्ट्र ने क्या कहा है?
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने चेतावनी दी है कि इजरायल के इस फैसले से वहां विस्थापन, हत्याएं और त्रासदी जन्य स्थितियां पैदा होंगी।
दुनिया ने क्या कहा है?
- ब्रिटेन: पीएम कीर स्टार्मर ने कहा है कि यह कदम गलत है, इससे और खूनखराबा होगा।
- ऑस्ट्रेलिया: विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग ने कहा है कि इजरायल को यह रास्ता नहीं चुनना चाहिए, यह मानवीय संकट को और बढ़ाएगा।
- तुर्की: यह योजना फिलिस्तीनियों को उनकी जमीन से जबरन हटाने की कोशिश है।
- चीन: गाजा फिलिस्तीनियों का है और यह उनका अटूट हिस्सा है।
- अमेरिका: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा है कि अमेरिका का पहला लक्ष्य यह तय करना है कि इसराइल के नागरिकों पर हमास दोबारा हमला न कर पाए।
- जर्मनी: जर्मनी ने इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोक दी है।
डोनाल्ड ट्रंप क्या सोचते हैं?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गाजा पर कब्जा करना इजरायल का फैसला है।
इजरायल में ही हो रहा इस प्रोजेक्ट का विरोध
इजरायल में भी इस योजना का विरोध हो रहा है। बंधकों के परिवारों और कुछ सैन्य अधिकारियों ने इसे खतरनाक बताया है। बंधक परिवारों के संगठन ने कहा कि यह योजना बंधकों और सैनिकों के लिए विनाशकारी साबित हो सकती है।

गाजा किसका है?
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा का 87 फीसदी हिस्सा या तो सैन्य क्षेत्र का हिस्सा है या उस जगह को खाली करने के आदेश दिए गए हैं। गाजा के तीन-चौथाई हिस्से पर इजरायल का कब्जा है। गाजा की 21 लाख आबादी का ज्यादातर हिस्सा बाकी बचे एक-चौथाई हिस्से में रह रहा है। ज्यादातर लोग कई बार विस्थापित हो चुके हैं। उनके घर इजरायली हमलों में नष्ट हो गए हैं।
यह भी पढ़ें- पश्चिमी देशों में क्यों बढ़ रही इजरायल विरोधी लहर?
इजरायल के हालात कैसे हैं?
गाजा में भुखमरी के हालात हैं। हजारों लोग गंभीर रूप से जख्मी हो चुके हैं। इजरायली सेना, आए दिन हमले करती है, जिसमें लोग मारे जाते हैं। वहां लोग रोजमर्रा की चीजों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इजराय का एक चौथाई से ज्यादा हिस्सा खंडहर में तब्दील हो चुका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, जुलाई में 12,000 से ज्यादा बच्चों में कुपोषण के मामले सामने आए। इजरायल गाजा में बुनियादी सेवाओं को नहीं पहुंचने दे रहा है। इजरायल का कहना है कि इस फैसले से हमास और कमजोर होगा।

हमास-इजरायल की जंग में हमें जो अब तक पता है
- 7 अक्टूबर 2023 को जंग की शुरुआत हुई
- 1200 लोग मारे गए, 251 लोगों को हमास ने बंधक बनाया
- इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की, गाजा शहर खंडहर बन गया
- 61हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं
- गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है इजरायल ने अस्पतालों पर भी बम बरसाए
- गाजा के टेक ओवर प्लान पर हमास ने क्या कहा?
- हमास ने इस योजना को नया युद्ध अपराध करार दिया है। हमास का कहना है कि यह इजरायल को भारी पड़ सकता है।
और पढ़ें
Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies
CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap