अमेरिका ने कैसे सैकड़ों मील दूर बैठकर ईरान के परमाणु सैन्य ठिकानों को तबाह किया, इससे जुड़ी एक-एक बाद अब पेंटागन की ओर से बताई गई है। पेंटागन अमेरिकी रक्षा विभाग का मुख्यालय है। अमेरिका ने अपने 'बॉम्बिंग मिशन' से जुड़ी तस्वीरों को दुनिया के सामने रखा है। अमेरिका के हमले बेहद सटीक रहे। अमेरिकी रक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए वीडियो में साफ झलक रहा है कि कैसे एक के बाद एक अमेरिकी विस्फोटक मिसाइलों ने ईरान के परमाणु ठिकानों को ध्वस्त किया।
गुरुवार को पेंटागन में रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और जनरल डैन केन ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों की विस्तृत जानकारी दी। जनरल केन ने बंकर बस्टर बमों का टेस्ट फुटेज दिखाया। फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर एक के बाद एक 12 बम बरसाए गए। इन बमों ने भीतर तक जाकर बंकरों को तबाह किया। इसका असर बाहर तो नजर नहीं आता लेकिन भीतर गड्ढा बन जाता है।
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कंक्रीट की मोटी दीवारें कैसे टूटीं, कैसे तबाह हुए परमाणु ठिकाने?
रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने दावा किया कि अमेरिकी बमबारी में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। हालांकि एक खुफिया रिपोर्ट में कहा गया कि नुकसान सीमित है और कार्यक्रम कुछ महीनों में फिर शुरू हो सकता है। उन्होंने इस रिपोर्ट को कम भरोसेमंद बताया है। जनरल केन ने बताया कि फोर्डो में छह बमों ने वेंटिलेशन शाफ्ट्स को निशाना बनाया, जिन्हें ईरान ने कंक्रीट से ढकने की कोशिश की थी। हर धमाके में पहला बम रास्ता तैयार करता था, फिर 4 बम अंदर जाकर तबाही मचाते थे।
नतांज और इस्फहान में कैसे मची तबाही?
अमेरिका ने नतांज पर दो और इस्फहान पर एक मिसाइल दागी गई। इस्फहान में 880 पाउंड यूरेनियम के बारे में पूछे जाने पर हेगसेथ ने कहा कि खुफिया जानकारी जुटाई जा रही है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर कहा कि साइट पर मौजूद गाड़ियां कंक्रीट मजदूरों के थे। कोई सामग्री बाहर नहीं निकाली गई है। उनका इशारा परमाणु जखीरों की ओर था।
15 साल की तैयारी, 37 घंटे में दिया अंजाम
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने हमले की सफलता पर सवाल उठाने वालों की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि यह अमेरिका की ऐतिहासिक सैन्य उपलब्धि है। जनरल केन ने 15 साल तक फोर्डो का अध्ययन करने वाले अधिकारियों, बम बनाने वाली टीम और 37 घंटे के मिशन को अंजाम देने वाले सैनिकों की तारीफ की।
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अब तलाश किस बात की है?
इस्फहान में 880 पाउंट यूरेनियम लापता है। यह कहां है, अभी तक इसकी कोई खबर नहीं है। ईरान की मानें तो उसके सैन्य ठिकाने सुरक्षित हैं।
अमेरिकी हमले से जुड़ी खास बातें क्या हैं?
- 30,000 पाउंड के बंकर बस्टर बमों का पहली बार युद्ध में इस्तेमाल हुआ।
- हमले में बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स का उपयोग किया गया।
- नतांज और इस्फहान पर भी भीषण मिसाइल अटैक हुए
- ट्रम्प ने दावा किया कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम नष्ट हो गया।