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अमेरिका में रह रहे 5 लाख प्रवासी डरे क्यों हैं? पूरी कहानी

डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका को प्रवासी मुक्त बनाने के अभियान पर लगे हैं। पहले उन्होंने अवैध प्रवासियों को बाहर की राह दिखाई, अब वह शरणार्थियों को भी बाहर करने की फिराक में हैं।

US Illegal Immigrants

AI Generated Image. (Photo Credit: Gork AI)

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रवासी नीतियों में लगातार बदलाव कर रहे हैं। उनके एक फैसले की वजह से 5 लाख प्रवासियों के सिर पर डिपोर्ट होने का खतरा मंडरा रहा है। ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार को ऐलान किया है कि अमेरिका में रह रहे क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला के लोगों को मिली कानूनी सुरक्षा रद्द हो रही है, जिसकी वजह से 530,000 लोगों के सिर पर निर्वासन का खतरा मंडरा रहा है।

डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन, अगले एक महीने में निर्वासन की प्रक्रिया पूरी करने में जुटेगा। डोनाल्ड ट्रम्प, वैश्विक आलोचनाओं के बाद आव्रजन पर अपनी सख्त नीतियों पर अड़े हैं। उनका प्रशासन, अवैध तौर पर आए प्रवासियों के साथ-साथ सामान्य प्रवासियों पर भी नजर रख रहा है। उनके डिप्टी, जेडी वेंस तो पहले ही कह चुके हैं कि ग्रीन कार्ड, अमेरिका में रहने की गारंटी नहीं है। 


क्यों घबराए हैं क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला के लोग?
क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला के 5 लाख से ज्यादा प्रवासी अक्तूबर 2022 से अमेरिका में आए हैं। इन्हें अमेरिका में रहने और काम करने के लिए 2 साल का वर्क परमिट मिला है। 24 अप्रैल को फेडरल रजिस्टर में नोटिस जारी होने के बाद अमेरिका में रहने के लिए अयोग्य हो जाएंगे। उनका वर्क परमिट कानूनी तौर पर समाप्त हो जाएगा। ट्रम्प प्रशासन ने यह ऐलान किया है। 

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क्यों ट्रम्प प्रशासन ऐसा कर रहा है?
जो बाइडेन ने क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला के लोगों के लिए 2 साल का पैरोल दिया था। जब अमेरिका में वैध तौर पर एंट्री के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तो मानवीय आधार पर संकटग्रस्त देशों के नागरिकों को पैरोल दिया जा सकता है। इसके लिए उन्हें स्पॉन्सर खुद ढूंढना होता है। जो बाइडेन सरकार ने उन्हें यहां आने की इजाजत दी थी। इन लोगों को हवाई रास्ते से अमेरिका लाया गया था। ट्रम्प ने इसे रद्द कर दिया।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प। (Photo Credit: X/Trump)

मानवीय आधार पर अमेरिका में पैरोल देने की प्रक्रिया अरसे से चली आ रही है। फिलिस्तीन से लेकर यूक्रेन तक के नागरिक इस नियम का लाभ ले चुके हैं। जिन देशों में युद्ध चल रहे हैं या राजनीतिक अस्थिरता है, वे अमेरिका में आकर अस्थाई तौर पर रह सकते हैं। जो बाइडेन सरकार की नीतियां पैरोल पर उदार थीं, जिनके दुरुपयोग का आरोप लगाकर डोनाल्ड ट्रम्प ने रद्द कर दिया। 

ट्रम्प के तर्क क्या हैं?
डोनाल्ड ट्रम्प के तर्क हैं कि अमेरिका में रहने के लिए वैध आधार के बिना पैरोल पर आए लोगों को अपनी पैरोल की तिथि खत्म होने से पहले ही लौट जाना चाहिए। 

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अब आगे क्या होगा?

डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के इस फैसले से करीब 5 लाख लोगों को निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है। अगर लोग अपने देश नहीं लौटते हैं तो ट्रम्प उन्हें निर्वासित कर सकते हैं। अमेरिका में निर्वासन बेहद सख्ती से हो रहा है, लोगों को हथकड़ियों और बेड़ियों में जकड़कर उनके देश पहुंचाया जा रहा है। 

AI Generated Image. (Grok AI)



कैसे अमेरिका में आए 5 लाख लोग?
डोनाल्ड ट्रम्प ने यह भी साफ नहीं किया है कि पैरोल कार्यक्रम के तहत देश आए लोगों को कोई कानूनी सुरक्षा मिली भी है या नहीं। जो बाइडेन सरकार ने साल 2022 में वेनेजुएला के लोगों के लिए पैरोल एंट्री प्रोगाम की शुरुआत की थी। साल 2023 तक इसका विस्तार क्यूबा, ​​हैती और निकारागुआ के लोगों के लिए भी किया गया।


क्यों लाए गए थे अमेरिका?
क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला में राजनीतिक अस्थिरता चरम पर है। इन देशों के लोग अवैध प्रवासन में भी खूब लिप्त हैं। इन्हें अस्थाई राहत देने के लिए यह कदम उठाया गया था। अब अमेरिका और इन चार देशों के बीच राजनयिक और राजनीतिक संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रवासी नीतियों को सख्त कर दिया है। 20 जनवरी को उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर कहा था कि पैरोल प्रोग्राम खत्म किया जा रहा है।

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