अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को वॉशिंगटन में पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, क्षेत्रीय स्थिरता, व्यापार बढ़ाने और खनिज क्षेत्र में सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
मार्को रुबियो ने आतंकवाद से लड़ने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के सहयोग की सराहना की। यह उन्होंने तब कहा है, जब पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी भारत को आए दिन अस्थिर करने की कोशिश करते हैं। पहलगाम में 26 हिंदुस्तानियों की मौत के पीछे इन्हीं आतंकवादियों का हाथ था।
दिलचस्प बात यह है कि एक तरफ अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) को विदेशी आतंकी संगठन और स्पेशल ग्लोबल टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन घोषित किया है, दूसरी तरफ आतंकवाद से लड़ाई में पाकिस्तान की पीठ थपथपाई है।
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इशाक डार की तारीफ कर गए मार्को रुबियो
मार्को रुबियो ने इशाक डार को आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका का सहयोग करने के लिए शुक्रिया कहा है। TRF ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। पहलगाम हमले में 26 भारतीय नागरिक मारे गए थे।
TRF को आतंकी संगठन घोषित करने पर ऐतराज नहीं
पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट पर इस्लामाबाद के रुख का बचाव किया। अमेरिका ने इस संगठन को फॉरेन टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन घोषित किया है। टीआरएफ को भारत और अमेरिका पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी संगठन मानते हैं। इशाक डार ने कहा, 'TRF को FTO घोषित करना अमेरिका का स्वायत्त निर्णय है। हमें कोई आपत्ति नहीं है। यदि उनके पास कोई सबूत है कि टीआरएफ इसमें शामिल है, तो हम इसका स्वागत करते हैं।'
इशाक डार ने कहा, 'TRF को लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ना गलत है। वह संगठन पाकिस्तान द्वारा कई साल पहले खत्म कर दिया गया था। इसके सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल में डाला गया और पूरा संगठन नष्ट कर दिया गया।' यह दावा पाकिस्तान सरकार की तरफ से अक्सर किया जाता है।
पाकिस्तान में रहने वाले कुख्यात आतंकी
- हाफिज मुहम्मद सईद- लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जमात-उद-दावा (JuD)
- मसूद अजहर- जैश-ए-मोहम्मद (JeM)
- जकी-उर-रहमान लखवी- लश्कर-ए-तैयबा (LeT)
- हाफिज अब्दुल रहमान मक्की- लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जमात-उद-दावा (JuD)
- मौलाना अब्दुल वाहिद - जैश-ए-मोहम्मद (JeM)
- सईद सलाहुद्दीन - हिजबुल मुजाहिदीन (HM)
- अब्दुल रऊफ असगर - जैश-ए-मोहम्मद (JeM)
- इब्राहिम अतहर - अल-कायदा, हिजबुल मुजाहिदीन (HM)
सीज फायर के लिए अमेरिका को शुक्रिया कह रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने और युद्ध विराम में मदद की है, जिसके लिए पाकिस्तान आभारी है।
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भारत मानता है पाकिस्तान आतंकियों का गढ़ है
भारत ने बार-बार इस दावे को खारिज किया है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तानी सेना सीमा पार आतंकवाद में शामिल हैं और आतंकी समूहों को पनाह व फंडिंग देते हैं।
पहलगाम हमले की भूमिका पाकिस्तान में लिखी गई
पहलगाम हमले के बाद भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और PoK में आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ा, लेकिन 10 मई को सीज फायर का ऐलान हुआ था।
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पाकिस्तान की भूमिका पर क्या सोचता है भारत?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'भारत पर्यटन में विश्वास रखता है, लेकिन पाकिस्तान आतंकवाद को ही पर्यटन मानता है, जो दुनिया के लिए खतरनाक है। उन्होंने पाकिस्तानी जनता से आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और अपने देश की स्थिति सुधारने की अपील की थी।