अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से फैटी लिवर के मामले तेजी से बढ़े हैं। भारत में यह बीमारी धीरे धीरे अपने पैर पसार रही है। खासतौर से इस बीमारी के चपेट में सबसे ज्यादा युवा आ रहे हैं। इसका खुलासा संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया। उन्होंने कहा कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिसन रिसर्च (ICMR) की स्टडी के मुताबिक हैदराबाद के 84% आईटी वर्कर्स इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इसका मतलब है कि आईटी कंपनी में काम करने वाले ज्यादातर लोग डेस्क जॉब करते हैं।
ICMR की स्टडी में बताया गया कि मेटाबॉलिक डिसफंक्शन, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, कम फिजिकल एक्टिविटी, तनाव और नींद की कमी की वजह से फैटी लिवर की बीमारी होती है। आइए जानते हैं कि फैटी लिवर क्या होता है? इस बीमारी का मुख्य कारण क्या है? हमने इस बीमारी के बारे में डीएम, गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉक्टर राकेश झा से बात की।
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क्या होता है फैटी लिवर?
'फैटी लिवर के कई कारण हो सकते हैं। NAFLD के मामले में अगर आपके लिवर में 5% से ज्यादा फैट जमा है। साथ में एक या उससे अधिक कार्डियक मेटाबॉलिक रिस्क फैक्टर है (ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर जैसी बीमारियां हार्ट पर प्रभाव डालती है) तो फैटी लिवर की बीमारी हो सकती है। फैटी लिवर की वजह से लिवर सिरोसिस के मामले तेजी से बढे़ है।- डॉक्टर राकेश झा
डॉक्टर राकेश ने बताया, 'पहले लिवर सिरोसिस का मुख्य कारण शराब होता था लेकिन आज के समय में लिवर सिरोसिस का मुख्य कारण मेटाबॉलिक सिंड्रोम है। कुछ लोगों में यह लिवर कैंसर का कारण भी होता है। यह सिर्फ लिवर ही नहीं शरीर के अन्य अंगों पर भी प्रभाव डालता है'।
फैटी लिवर के कारण
मोटापा - अगर पुरुष की कमर 90 सेंटीमीटर से ज्यादा है या महिला की कमर 80 सेंटीमीटर से ज्यादा है तो वे लोग फैटी लिवर से पीड़ित हो सकते हैं।
ब्लड शुगर - कोई व्यक्ति शुगर से पीड़ित हैं या प्री डायबेटिक स्टेज में है तो फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
ब्लड प्रेशर- अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो फैटी लिवर होने का खतरा बढ़ जाता है।
ट्राइग्लिसराइड- शरीर में ट्राइग्लिसाइड का लेवल 150 से ज्यादा होना
एचडीएल (HDL)- पुरुष में जब एचडीएल 40 से नीचे हो जबकि महिलाओं में एचडीएल 50 से कम होना।
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इलाज
फैटी लिवर के खतरे को कम करने का मुख्य तरीका हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज है। एक्सरसाइज दवा की तरह काम करता है जिसमें ब्रिस्क वॉकिंग, स्विमिंग, साइकलिंग और टेनिस खेलना शामिल है। डॉक्टर राकेश ने कहा कि आजकल लोग वीडियो देखकर खुद से इलाज करने लगते हैं। आप इस तरह की गलती ना करें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई ट्रीटमेंट ना लें।