आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम की मिठास मुंह में घुलते ही मन खुश हो जाता है। सिर्फ बच्चे ही नहीं बड़े-बूढ़े को आम बहुत पसंद होता है। कई लोग अपने दिन की शुरुआत आम से करते हैं। इस मौसम में बाजार में मैंगो शेक की डिमांड बढ़ जाती है। आम खाने से कुछ लोगों का मुंह मुंहासों से भर जाता है। इसके अलावा भी कई तरह की समस्याएं होती हैं।
अगर आप भी ऐसे व्यक्ति हैं जिसे आम खाने से मुंहासे की समस्या होती हैं। तो हम आपको इसके पीछे का कारण बता रहे हैं। हमने इस बारे में PGIMER के त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर विकास शर्मा से बात की।
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आम खाने से होती हैं एक्न की समस्या
डॉक्टर विकास ने कहा, 'आम खाने की वजह से मुंहासे नहीं होते हैं क्योंकि करोड़ों लोग आम खाते हैं। मुंहासे होने का मुख्य कारण सिबेसियस ग्लैंड (त्वचा में मौजूद ग्लैंड होता है जो ऑयल प्रोडक्शन का काम करता है) का लेवल बढ़ना है। आम खाने से सिबेसियस ग्लैंड ट्रिगर होता है जिस वजह से कई लोगों को मुंहासे की परेशानी होती है'। उन्होंने आगे बताया, 'दरअसल आम में अधिक मात्रा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और जिन भी चीजों का ग्लाइमेक्स इंडेक्स ज्यादा होता है वो चीजें सिबेसियस ग्लैंड की ट्रिगर करती है'।
डॉक्टर विकास ने कहा, 'अगर आम को कैल्शियम कार्बाइड केमिकल की मदद से पकाया गया है तो मुंहासे होने का चांस ज्यादा होता है। इसके अलावा आम में पैथिक एसिड भी होता है जो सीबम प्रोडक्शन को बढ़ाता है। जिन लोगों को पहले से ही एक्ने की समस्या है उनमें सीबम प्रोडक्शन ज्यादा होता है जिससे रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और मुंहासे हो जाते हैं'।
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लोगों को क्या करना चाहिए
त्वचा चिकित्सक विकास शर्मा ने कहा, 'अगर किसी को एक्ने की समस्या है तो उन्हें बहुत ज्यादा आम नहीं खाना चाहिए। वैसे भी एक व्यक्ति को हफ्ते में 2 से 3 आम खाना चाहिए। अगर किसी को एक्ने की समस्या हैं तो उन्हें उन चीजों को खाने से बचना चाहिए जिसमें ग्लासेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है।
आम को खाने से पहले 20 से 25 मिनट के लिए पानी में डुबाकर छोड़ देना चाहिए क्योंकि उसकी तासीर गर्म होती है।