डिप्रेशन एक मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति निराश और दुखी रहता है और न ही किसी भी काम को करने में दिलचस्पी दिखाता है। व्यक्ति खुद को बेकार समझने लगता है। इस समस्या से बाहर निकलने के लिए तमाम तरह के उपाय उपलब्ध है लेकिन क्या आप जानते हैं प्रकृति हमारे लिए थेरेपी की तरह काम करती है। यह एहसास तब भी होता है जब आप अंधेरे में समय बिताते हैं। रात के समय में तारों को देखना या चांदनी रात में पैदल चलने से मन को शांति महसूस होती है। ये भावनाएं मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। रात की शांति और प्रकृति के साथ बिताया समय तनाव को कम करने में मददगार साबित होता है।
हम सभी जानते हैं कि सूरज की रोशनी में समय बिताने से शरीर को विटामिन डी मिलता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि शाम के वक्त सुकून भरे पल बिताने से मानसिक तनाव किया जा सकता है। यह बात कई अध्ययनों में भी साबित हुई है।
यह भी पढ़ें- World Hepatitis Day: जानलेवा है लिवर की यह बीमारी, जानें लक्षण और बचाव
अंधेरे में भी लोगों को प्रकृति से महसूस हुआ जुड़ाव
2024 में नाइट स्काई कनेक्टेडनेस इंडेक्स (NSCI) की रिपोर्ट के मुताबिक रात के अंधेरे से लोग जुड़ाव महसूस करते हैं। इस अध्ययन में 406 लोगों को चुना गया। इस अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्रकृति से जुड़ाव महसूस करते हैं। वे मानसिक रूप से अधिक खुश और संतुष्ट थे।
दरअसल, प्रकृति हमारे अंदर हमेशा आश्चर्य की भावना जगाती है। उदाहरण के तौर पर जब आप रात में तारों से भरे आकाश को देखते हैं तो आपको भावनात्मक जुड़ाव महसूस होता है। 2022 में एक रिसर्च हुई थी जिसमें पाया गया जब भी हम इस तरह का सुकून महसूस करते हैं तो कई तरह के फायदे महसूस होते हैं।
- चिंता, तनाव, डिप्रेशन जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में कमी होती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
- आटोइम्यून बीमारियों के लक्षणों में कमी होती है।
- हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है।
- आयु बढ़ेगी
आप जितना अधिक प्रकृति से जुड़ाव महसूस करेंगे उतनी ही अधिक संभावना है कि आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
यह भी पढ़ें- घर बैठे करवाएं इनफर्टिलिटी का इलाज, सीड्स ऑफ इनोसेंस ने शुरू की नई पहल
क्या होती है इकोथेरेपी
डार्क नेचर एक्टिविटीज एक तरह की इकोथेरेपी होती है जिसका उद्देश्य प्रकृति की सहायता से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करना होता है। इसका मतलब है कि रात के समय में प्रकृति के बीच समय बिताना है।
- तारों का निहारना
- रात की चांदनी रात में चलना
- ट्रैकिंग करना
- बोनफायर जलाना।
इस तरह की गतिविधियां न केवल तनाव कम करती हैं बल्कि प्रकृति से गहराई से जुड़ने का मौका भी देती है। रात की शांति और अंधेरे में प्रकृति के बीच में आत्मचिंतन करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।