भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करते हुए एयरस्ट्राइक की थी। इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव का माहौल है। पाकिस्तान लगातार भारत पर मिसाइल से हमले करने की कोशिश कर रहा है जिसे हमारा एयर डिफेंस सिस्टम हवा में ही धवस्त कर दे रहा है। घरों में चल रहे टीवी चैनलों पर बम धमाकों की आवाजें, मौत की खबरें लगातार फ्लैश हो रही है। इस तरह की खबरों को लगातार देखने से सामान्य लोगों की मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।
इसके अलावा जो लोग पहले से ही एंग्जायटी या डिप्रेशन से जूझ रहे रहे हैं उनके लिए वॉर की खबरें पैनिक अटैक का कारण बन सकती है। ऐसे समय में वॉर डिप्रेशन होने का खतरा बढ़ जाता है। हमने इस बारे में राम मनोहर लोहिया अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर और मनोचिकित्सक डॉक्टर लोकेश सिंह शेखावत से बात की।
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क्या होता है वॉर डिप्रेशन
डॉक्टर लोकेश सिंह शेखावत ने बताया, 'युद्ध के दौरान सबसे ज्यादा लोगों को डर लगता है कि अब क्या क्या होगा। इस वजह से लोगों में इनस्कियोरिटी, एंग्जायटी बढ़ती है। पैनिक होने की वजह से लोग सामान इकट्ठा करने लगते हैं। अगर किसी व्यक्ति ने वॉर के दौरान किसी अपने को खो दिया या किसी अन्य कारण से गहरा सदमा लग गया। उन लोगों में पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर होने का खतरा बढ़ जाता है।इसके अलावा जो लोग भी टीवी चैनल पर बहुत ज्यादा वॉर देख रहे हैं तो उनमें पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसॉर्डर की वजह से फ्लैशबैक आने लगते हैं, स्लीप डिस्टर्बेंस होता है'।

उन्होंने आगे कहा, 'इसका असर सबसे ज्यादा उन लोगों पर पड़ता है जो वॉर जोन में रहते हैं उनमें पीटीएसडी होने का खतरा ज्यादा रहता है। ये लोग साइरन बजने से भी पैनिक हो जाते हैं। किसी भी तरह का डर महसूस होने पर वे तुरंत लाइट बंद कर देते हैं। वे लोग बाहर नहीं जा पाता है। इन सभी कारणों की वजह से उन्हें डिप्रेशन महसूस होता है। उनके दिमाग में हर समय चलता है कि वॉर शुरू हो गई तो अब क्या होगा। बाद में क्या होगा'।
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क्या डिप्रेशन और वॉर डिप्रेशन के लक्षण सामान्य होते हैं?
उन्होंने बताया कि वॉर डिप्रेशन वाले लोगों को स्लीप डिस्टर्बेंस की समस्या होती है। दूसरा इन लोगों को अगर कोई इंजरी होगी तो पेन बहुत ज्यादा रहेगा जैसे की सिरदर्द, शरीर में दर्द और पेट दर्द की समस्या हो सकती है। इन लोगों के दिमाग में हमेशा वॉर रिलेटेड चीजें चलती है।
इससे कैसे बच सकते हैं?
डॉक्टर लोकेश ने कहा, 'वॉर की ज्यादा खबरें देखने से बचना चाहिए। अगर आप ब्रेक नहीं लेंगे तो दिमाग में आपके सिर्फ वॉर चलेगी, इससे आपके मानसिक हेल्थ पर असर पड़ेगा। मिस इंफोर्मेशन से बचना चाहिए। गलत सूचनाओं की वजह से दिमाग में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बेवजह आप पैनिक महसूस करेंगे। उन्होंने कहा, अपनी नॉर्मल रूटीन लाइफ को फॉलो करें। परिवार के साथ समय बिताएं'।