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अहमदाबाद विमान हादसे के बाद अब तक क्या-क्या हुआ? पढ़ें एक-एक बात

एयर इंडिया विमान हादसे में अब ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण होना बाकी है। दोनों ब्लैक बॉक्स अब एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के पास है। आइए जानते हैं हादसे के बाद से अब तक क्या-क्या हुआ है?

Ahmedabad plane crash

अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त विमान। (Photo Credit: PTI)

अहमदाबाद विमान हादसे में अब तक जिन चीजों की तलाश जाचंकर्ता कर रहे थे, उन्हें इकट्ठा किया जा चुका है। अब उनका ध्यान ब्लैक बॉक्स को खोलने और उसके विश्लेषण करने पर है। बोइंग ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के तुरंत बाद मेडिकल हॉस्टल पर क्यों गिरा, यह अभी तक अबूझ पहेली ही है। यह हदसा इतना भयानक था कि AI-171 में सवार 241 लोगों ने वहीं दम तोड़ दिया, जबकि जिस जगह विमान गिरा, वहां भी बड़ी संख्या में मौतें हुईं। हादसे में कुल मृतकों की संख्या 275 तक पहुंच गई। अब ब्लैक बॉक्स के विश्लेषण से ही यह पता चल पाएगा कि हादसे की असली वजह क्या रही होगी। 
 
विमानन मंत्रालय ने गुरुवार को कहा है कि एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने घटनास्थल पर कुछ जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया है। AAIB के पास अब घटना से जुड़े कुछ सबूत हैं, कुछ घटनाओं के संबंधं में दस्तावेज भी तैयार किए जा चुके हैं। अब ब्लैक बॉक्स को कहां खोला जाएगा, इसका फैसला AAIB तकनीकी और सुरक्षा के आधार पर करेगा।

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दोनों ब्लैक बॉक्स मिल चुके हैं। एक हिस्सा डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) है और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) है। पहला सेट 13 जून को और दूसरा 16 जून को बरामद हुआ था। इस विमान में दो ब्लैक बॉक्स होते हैं, एक कॉकपिट के नीचे और दूसरा विमान के पिछले हिस्से में। इन्हीं हिस्सों का विश्लेषण किया जाना बाकी है।

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कहां इकट्ठा किया जाएगा मलबा?

विमान और क्षतिग्रस्त इमारतों का मलबा गुजरात स्टेट एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड (GUJSAIL) के कार्यालय के पास, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की जमीन पर रखा जाएगा। वहां विशेषज्ञ विमान के कुछ हिस्सों को फिर से जोड़कर जांच करेंगे। मलबे से मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी को सौंपे जाएंगे। अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने कहा कि विमान के हिस्सों और ब्लैक बॉक्स की जांच से ही हादसे की असली वजह के बारे में कुछ जाना जा सकता है।

मलबे का क्या होगा?

जांच टीम मलबे के हर हिस्से का विश्लेषण करेगी। जांच टीम की कोशिश है कि यह पता चल सके कि आखिर 12 जून को महज 33 सेकेंड में ऐसा क्या हुआ कि इतने लोग मारे गए। इंजन और कंट्रोल पैनल के जो हिस्से बचे हैं, उनकी भी जांच की जाएगी। 

हादसे में बचे इकलौते शख्स ने क्या बताया?

इकलौते बचे यात्री विश्वास कुमार ने बताया कि टेकऑफ के बाद जोरदार आवाज हुई और विमान असंतुलित होकर गिर गया। AAI के एक अधिकारी ने कहा कि रनवे के पास तैनात CISF कर्मियों ने भी टेकऑफ के समय जोरदार आवाज सुनी थी।

जांच की जिम्मेदारी किस संस्था पर है?

जांच में कई एजेंसियां शामिल हैं। अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और बोइंग की टीमें AAIB की मदद कर रही हैं। इसके अलावा, गृह सचिव की अध्यक्षता में एक अलग समिति भी बनाई गई है जो सुरक्षा नियमों और मानकों की जांच करेगी।

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215 शवों की पहचान, 198 शव सौंपे गए 

अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल के मुताबिक, 215 पीड़ितों की पहचान डीएनए से की जा चुकी है और 198 शव उनके परिवारों को सौंपे गए हैं। मृतकों में 149 भारतीय, 32 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं। 

हादसे का एयर इंडिया पर असर क्या हुआ?

इस हादसे का असर एयर इंडिया की उड़ानों पर असर पड़ा है। एयर इंडिया ने इंटरनेशनल उड़ानों में 15% की कटौती की घोषणा की है। DGCA के आदेश पर एयर इंडिया के बोइंग 787 फ्लीट की जांच में 33 में से 26 विमानों में कोई खराबी नहीं मिली। फिर भी एयर इंडिया अपने बोइंग 777 फ्लीट की अतिरिक्त जांच करेगी। 

21 जून से 15 जुलाई तक पाबंदी

21 जून से 15 जुलाई तक 16 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानें कम होंगी। दिल्ली-नैरोबी, अमृतसर-लंदन और गोवा-लंदन की उड़ानें 15 जुलाई तक निलंबित रहेंगी।

 

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