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पानी पर भिड़े हरियाणा-पंजाब के CM, मान बोले, 'एक बूंद नहीं दे सकते'

हरियाणा और पंजाब के बीच पानी को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच नायब सिंह सैनी ने अपील की है कि भगवंत मान दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हरियाणा को पानी दें।

bhagwant mann and nayab singh saini

भगवंत मान और नायब सिंह सैनी, Photo Credit: Khabargaon

गर्मी बढ़ते ही हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के बीच पानी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। ताजा विवाद हरियाणा और पंजाब के बीच सामने आया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से मांग की थी कि हरियाणा को और पानी दिया जाए। इस पर भगवंत मान ने कह दिया कि हरियाणा अपने हिस्से के पानी का पहले ही इस्तेमाल कर चुका है। अब नायब सिंह सैनी ने इस पर हैरानी जताई है। यह मामला भाखड़ा नहर के पानी से जुड़ा है क्योंकि पंजाब में नहर का पानी रोके जाने से हरियाणा में पानी का संकट पैदा हो रहा है। नायब सिंह सैनी का कहना है कि पानी रोके जाने से दिल्ली में भी पानी की समस्या होगी। 

 

आरोप है कि पहले हर दिन 9500 क्यूसेक पानी दिया जा रहा था लेकिन अब इसे घटाकर 4000 क्यूसेक प्रति दिन कर दिया गया है। इसके चलते हरियाणा के 6 जिलों में पानी का संकट खड़ा हो गया है। इस पानी के बंटवारे का प्रबंधन भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) करता है। इसी के जरिए हरियाणा और राजस्थान को पीने के लिए और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है। अब पंजाब का कहना है कि खराब जल प्रबंधन के चलते हरियाणा अपनी तय सीमा से ज्यादा पानी का इस्तेमाल पहले ही कर चुका है। यही वजह है कि पंजाब ने हरियाणा को दिया जाने वाला पानी कम कर दिया है। 

 

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हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी का कहना है कि पानी कम मिलेगा तो इसका असर दिल्ली पर भी पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि जब तक दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी तब तक भगवंत मान और उनकी सरकार को पानी छोड़ने में कोई समस्या नहीं थी लेकिन अब वह आनाकानी कर रहे हैं। बता दें कि भाखड़ा नहर से हरियाणा, पंजाब 

भगवंत मान ने क्या कहा?


भगवंत मान ने एक वीडियो बयान जारी करके कहा था, 'बीजेपी जबरदस्ती पंजाब पर दबाव बना रही है कि हरियाणा को और पानी दिया जाए जबकि हरियाणा अपने हिस्से का पानी पहले ही इस्तेमाल कर चुका है। हर साल 21 मई से 21 मई तक का कोटा होता है। इसी के हिसाब से हरियाणा और राजस्थान को पानी दिया जाता है। पहले कभी बादल और अन्य सरकारों ने पानी का हिसाब रखा ही नहीं। अब हम हिसाब रख रहे हैं और पानी हर जगह पहुंचा रहे हैं। अब हरियाणा ज्यादा पानी मांग रहा है। हम ज्यादा पानी कहां से दे दें? हम साफ कह देता हूं कि हमारे पास एक बूंद भी फालतू पानी नहीं है और हम पानी नहीं दे सकते हैं। मानवता के आधार पर हम 4000 क्यूसेक पानी दे रहे हैं। मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं कि आप कहते हो कि हम पाकिस्तान में पानी नहीं जाने देंगे तो मैं कहता हूं कि वह पानी हमें दे दो, हमारे डैम भर दो, हम वही पानी आगे दे देंगे।'

 

 

उन्होंने आगे कहा, 'पिछले साल आज के दिन रंजीत सागर डैम में जितना पानी था, आज उससे 39 फीट कम है। पोंग डैम में 24 फीट कम है। हम कहां से दे दें पानी? अब हमने अपना नहरी सिस्टम ठीक कर लिया है तो हम पानी का इस्तेमाल खूब कर रहे हैं। सबसे ज्यादा पानी का इस्तेमाल इस साल किया है। बीजेपी से मैं कहना चाहता हूं कि हम पर बेवजह का दबाव न बनाए, हम दबाव में आने वाले नहीं हैं। हमसे तो एक्स्ट्रा पानी की उम्मीद बिल्कुल न करिए। आपको जहां से जुगाड़ करना है करिए। आप मार्च में ही 103 पर्सेंट पानी का इस्तेमाल कर चुके हैं। आपसे अनुरोध है कि इस पर राजनीति न करें।'

 

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नायब सिंह ने दिया जवाब

 

अब भगवंत मान के बयान के जवाब में हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा है, 'मान साहब ने पोंग और रंजीत सागर डैम में पानी का स्तर कम होने की वकालत तो की है लेकिन यह नहीं बताया कि भाखड़ा डैम की क्या स्थिति है क्योंकि हरियाणा को पीने का पानी भाखड़ा डैम से मिलता है न कि पोंग या रंजीत सागर डैम से। मैं यह कहना चाहता हूं कि राज्यों की मांग हर 15 दिन में कम या ज्यादा होती रहती है। मान साहब यह कहना कि आज से पहले पानी का हिसाब नहीं रखा गया, यह बिल्कुल झूठ है। एक-एक बूंद पानी का हिसाब-किताब BBMB के साथ-साथ राजस्थान, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा की सरकारों के पास हर समय रहता है। मान साहब, इस विषय पर मैंने स्वयं आपको 26 अप्रैल को फोन पर बताया था कि BBMB की टेक्निकल कमेटी ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान को पानी छोड़ने का जो निर्णय 23 अप्रैल को लिया था, उसके क्रियान्वयन में पंजाब के अधिकारी आना-कानी कर रहे हैं। उस दिन मान साहब आपने आश्वासन दिया था कि शाम तक पानी छोड़ देंगे। आपने मुझे यह भी कहा था कि आप मुझे फोन पर बधाई भी देंगे। मान साहब, अगले ही दिन 27 अप्रैल तक दोपहर 2 बजे तक पंजाब के अधिकारियों ने कुछ नहीं किया। इस पर अगले दिन मैंने आपको चिट्ठी लिखी लेकिन आपने पत्र का जवाब देने के बजाय एक वीडियो जारी किया और हरियाणा के लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया है।'

 

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नायब सिंह सैनी ने आगे कहा, 'मान साहब, हमारी संस्कृति में है कि अगर हमारे घर पर कोई भी व्यक्ति आता है तो हम पानी पिलाकर उसका स्वागत करते हैं। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हरियाणा को पीने का पानी उपलब्ध कराएं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि जून से पहले जल भंडार को खाली करना जरूरी होता है ताकि मॉनसून के दौरान बारिश के पानी को इकट्ठा किया जा सके। अगर जल भंडार में जगह नहीं होगी तो अतिरिक्त पानी हरि के पत्तन के रास्ते पाकिस्तान चला जाएगा जो न तो पंजाब के हित में है और न ही राष्ट्र के हित में होगा।'

 

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