नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान 18 लोगों की मौत के कुछ दिनों बाद, पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उनमें से 15 की मौत छाती पर किसी भारी चीज के दबाव (ब्लंट फोर्स) पड़ने के कारण सांस में आने वाले अवरोध की वजह से हुई है और दो लोगों की मौत छाती पर दबाव पड़ने के बाद अंदर खून बहने की वजह से हुई। इसके अलावा एक की मौत सिर में चोट लगने और दबाव पड़ने के कराण हुई।
रेल मंत्रालय ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, और समिति ने ऑफिशियल कम्युनिकेशन में दिल्ली पुलिस से सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट को उपलब्ध कराने को कहा है।
घटना के बाद, 10 पीड़ितों को मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) भेजा गया, पांच को राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया, और तीन को लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज भेजा गया। पिछले रविवार को सुबह 2.30 बजे से 7 बजे के बीच पोस्टमार्टम किए गए।
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सांस लेने में परेशानी से मौत
सांस लेने में अवरोध आने के कारण हुई 13 लोगों की दर्दनाक मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है, 'उनकी चोटें मौत होने से पहले की हैं, ताजा हैं और ब्लंट फोर्स यानी कि दबाव पड़ने के प्रभाव के कारण हुई हैं, और इस बात की संभावना है कि जैसा कहा जा रहा है उसी प्रकार से उनकी मौत हुई हो।'
सभी पोस्टमार्टम रिपोर्टों में, जांच पत्रों के अनुसार ब्रीफ हिस्ट्री कॉलम में कहा गया है कि मृतक 15 फरवरी को रात करीब 9 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज नंबर 3 पर भगदड़ के बाद बेहोश हो गए थे।
सेरीब्रल एरिया में चोट
डॉक्टरों ने दो पीड़ितों की लाशों का परीक्षण करने के बाद रिपोर्ट में कहा, 'दो पीड़ितों की मौत का कारण सेरीब्रल में चोट और सीने पर भारी दबाव (ब्लंट फोर्स) के कारण दाहिने फेफड़े और हार्ट पर चोट लगने के कारण मौत हुई है।'
एक पीड़ित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने कहा कि मौत का कारण सिर और छाती पर दबाव पड़ने और चोट लगने के कारण मौत हुई है।
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नोट की गड्डियां थमा दीं
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जब मृतकों के परिवार वाले पिछले रविवार की सुबह शव लेने अस्पताल आए, तो उन्हें नकदी की गड्डियां थमा दी गईं। यह तब हुआ जब सरकार ने घोषणा की थी कि वह मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की एक्स-ग्रैशिया राशि प्रदान करेगी। अधिकारियों ने परिजनों से शवों को तुरंत ले जाने को कहा और यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया कि उनमें से हर एक को नकदी के साथ सुरक्षित घर पहुंचाया जा सके। यह पैसा 100 और 500 रुपये के नोटों के बंडलों में दिया गया।
एनाउंसमेंट के कारण मची भगदड़
दरअसल, खबरों के मुताबिक भगदड़ के एक कारणों में यह भी बताया गया था कि उस वक्त एक एनाउंसमेंट हुई थी कि प्रयागराज जाने वाली कुंभ स्पेशल प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होगी, लेकिन कुछ समय बाद, एक और घोषणा की गई कि कुंभ स्पेशल प्लेटफॉर्म नंबर 16 से रवाना होगी, जिसके यात्रियों में प्लेफॉर्म बदलने के लिए अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई।
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