भारतीय सेना की सीमाई इलाकों में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ पाकिस्तान की तरफ से लगातार घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं, दूसरी तरफ चीन के साथ भी रिश्ते तनाव पूर्ण हैं। अब सेना ने नई तैयारी की है। पढ़ें रिपोर्ट।
भारतीय सेना का जवान, भारत-पाकिस्तान सीमा पर। (Photo Credit: PTI)
देश 26वां करगिल विजय दिवस मना रहा है। सेना ने मई 2025 में ही पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसमें कई आतंकी ठिकाने तबाह हुए थे। अब भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए एक और प्रोजेक्ट सेना शुरू करने जा रही है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कारगिल विजय दिवस पर यह घोषणा की है कि सेना नई 'रुद्र, ऑल-आर्म्स ब्रिगेड' बना रही है।
रुद्र, ऑल-आर्म्स ब्रिगेड में पैदल सेना, अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवान, बख्तरबंद गाड़ियां, तोपखाना, स्पेशल फोर्स के जवान और ड्रोन सिस्टम एक साथ एक यूनिट में काम करेंगे। इसे इसे खास लॉजिस्टिक्स और सामरिक सहायता भी दी जाएगी।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि सीमा पर तैनात दो इन्फैंट्री ब्रिगेड को पहले ही रुद्र में बदला जा चुका है। इसके अलावा, दुश्मन को चौंकाने के लिए बेहद खतरनाक 'भैरव लाइट कमांडो बटालियन' भी बनाई गई हैं। ये बटालियन सीमा पर दुश्मन के लिए बड़ा खतरा साबित होंगी।
सेना में अब हर इन्फैंट्री बटालियन में ड्रोन प्लाटून शामिल कर रही है। तोपखाने की ताकत को 'दिव्यास्त्र बैटरी' और 'लॉइटर मुनिशन बैटरी' के जरिए कई गुना बढ़ाया गया है। सेना की एयर डिफेंस युनिट को स्वदेशी मिसाइल सिस्टम से लैस किया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो मिसाइलों की मारक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, 'भारत की भौगोलिक स्थिति और सीमाओं पर लगातार तनाव के माहौल को देखते हुए हमारे एयर डिफेंस सिस्टम को और घातक बनाया जा रहा है।'
सीमा पर नई सड़कें होंगी, दुश्मनों तक पलभर में पहुंचेंगे जवान
जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि सेना सीमा पर नई सड़कें और बुनियादी ढांचा विकसित कर रही है। साथ ही, युद्ध, साहसिक और हेरिटेज पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा कि जिससे ये इलाके हमेशा जनता की पहुंच में बने रहें।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद की तैयारी क्या है?
जनरल उपेंद्र द्विवेदी, भारतीय सेना:- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। 6-7 मई की रात को नौ बड़े आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। हमले में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। यह सिर्फ जवाब नहीं था बल्कि एक साफ संदेश था कि आतंकवाद को पनाह देने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।
भारतीय सेना। (Photo Credit: Indian Army)
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई नाकाम कैसे हुई
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारत के सैन्य और गैर-सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने इसे नाकाम कर दिया। भारत के पास एस-400 जैसे मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम हैं। अब इसे और मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी, भारतीय सेना:- करगिल के शहीदों ने देश को इसके नायक दिए। उनका साहस, धैर्य और बलिदान हम सभी के लिए प्रेरणा है। भारतीय सेना न केवल चुनौतियों का सामना कर रही है, बल्कि भविष्य के लिए एक आधुनिक और शक्तिशाली सेना के रूप में उभर रही है।
रुद्र और भैरव कौन हैं?
ऐसी पौराणिक मान्यता है कि रुद्र और भैरव, भगवान शिव के दो अलग-अलग स्वरूप हैं। भैरव, भगवान शिव का उग्र और रक्षक स्वरूप माना जाता है। इस रूप में भगवान भक्तों की रक्षा करते हैं और दुष्टों का संहार करते हैं। दूसरी तरफ, रुद्र शिव के प्रलयंकारी स्वरूप को कहते हैं। 11 रुद्र होते हैं। भगवान रुद्र का अर्थ होता है भयंकर या रुदन करने वाला। भगवान शिव का संहारक रूप, रुद्र है।