ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तीनों सेनाओं ने भीषण हमला करके 9 आतंकवादी अड्डों से लेकर कई वायु सेना के एयरबेस तबाह कर दिए। पाकिस्तान के एयरबेसों को तबाह करने में सबसे बड़ी भूमिका भारतीय वायु सेना ने निभाई है। इस बीच सरकार ने बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी है कि सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष में कौन-कौन से हथियार इस्तेमाल किए।
सरकार ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ Battle-proven AD (एयर डिफेंस) सिस्टम जैसे- पिचोरा, ओएसए-एके और LLAD बंदूकें (लो लेवर डिफेंस बंदूकें), स्वदेशी सिस्टम जैसे- आकाश का इस्तेमाल किया गया है। बताया गया है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष में इन भारतीय हथियारों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
आकाश मिसाइल सिस्टम
आकाश एक छोटी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम है, जो हवाई हमलों से देश की रक्षा करती है। आकाश हथियार सिस्टम एक साथ कई या अकेले ही कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर उपाय (ECCM) सुविधाएं मौजूद हैं। आकाश मिसाइल को मोबाइल प्लेटफॉर्म पर कॉन्फिगर किया गया है।
चीनी और तुर्की के हथियार बरामद
प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (पीआईपी) ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं के खिलाफ इस्तेमाल किए गए दुश्मन के हथियारों के बारे में ठोस सबूत पेश किए। पीआईबी ने बताया कि पाकिस्तान ने चीन और तुर्की के हथियार भारत के खिलाफ इस्तेमाल किए, इनके टुकड़े भारतीय सीमा में पाए गए हैं जिन्हें भारत ने बेअसर कर दिया था। भारत के ऊपर ये चीनी और तुर्की हथियार दागे गए...
- पीएल-15 मिसाइलों के टुकड़े (चीनी मूल के)
- तुर्की मूल के यूएवी, जिन्हें 'यिहा' या 'यीहाव' नाम से जाना जाता है
- लंबी दूरी के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और वाणिज्यिक ड्रोन
पीआईबी ने कहा कि इन हथियारों को बरामद किया गया और उनकी पहचान की गई है। इससे पता चलाता है कि पाकिस्तान द्वारा विदेशों से खरीदे गए उन्नत हथियारों का इस्तेमाल करने के बावजूद भी भारत का स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक वॉर नेटवर्क बेहतर है।
मानवरहित एयर सिस्टम का इस्तेमाल
इसके अलावा थल सेना और वायु सेना दोनों से काउंटर मानवरहित एयर सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध एसेट्स और एयर डिफेंस वेपन्स को एक साथ पाकिस्तान के खिलाफ इस्तेमाल किया। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लेकर देश के अंदर तक सेना ने एयर डिफेस सिस्टम की कई लेयर बिछा रखी थी, जिससे पाकिस्तान बाल भी बांका नहीं कर पाया। ये काउंटर सिस्टम हैं..
- काउंटर मानवरहित हवाई प्रणाली
- कंधे से दागे जाने वाले हथियार
- विरासत वायु रक्षा हथियार
- आधुनिक वायु रक्षा हथियार प्रणाली
ऑपरेशन सिंदूर में इसरो का योगदान
ऑपरेशन सिंदूर में इसरो ने भी सेना का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया है। 11 मई को एक कार्यक्रम में इसरो के चेयरमैन वी नारायणन ने कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 10 उपग्रह लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश को अपने उपग्रहों के जरिए सेवा करनी होगी। उसे अपने 7,000 किलोमीटर के समुद्री तट पर लगातार नजर रखनी होगी। उसे देश के पूरे उत्तरी हिस्से पर लगातार नजर रखनी होगी। उपग्रह और ड्रोन तकनीक के बिना देश सुरक्षा हासिल नहीं कर सकता।