कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ कथित तौर पर बलात्कार का मामला सामने आया है। अब पीड़िता ने पुलिस के सामने आपबीती सुनाई है। कोलकाता पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने बताया कि तीनों आरोपियों ने रेप की इस वारदात को मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया और धमकी दी कि अगर उसने किसी से इस बारे में बात की तो वीडियो ऑनलाइन डाल देंगे। हैरानी की बात यह है कि पीड़िता के साथ रेप भी गार्ड रूम में हुआ है। जहां उसकी हिफाजत की जानी थी, वहीं पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ है। बुधवार को साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई इस घटना को लेकर पूरे राज्य में आक्रोश है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर हैं। ममता बनर्जी सरकार से अब विपक्ष इस्तीफे की मांग कर रहा है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रेप का मुख्य आरोपी कॉलेज का ही कर्मचारी मनोजीत मिश्रा है। उसकी उम्र 31 साल है। एक 19 वर्षीय छात्र जैब अहमद और 20 वर्षीय छात्र प्रमीत मुखर्जी को भी गिरफ्तार कर लिया है। जब मनोजित कथित तौर पर रेप कर रहा था, तीनों को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया। अलीपुर कोर्ट ने तीनों को 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पीड़िता ने 26 जून को लिखित शिकायत दर्ज की थी।
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कोलकाता रेप केस: अब तक जो पता चला है
- पीड़िता बुधवार शाम 4 बजे कॉलेज में कुछ काम के लिए आई थी।
- मनोजीत मिश्रा ने उसे रुकने के लिए कहा।
- रात 7:30 से 10:50 बजे के बीच तीनों आरोपियों ने उसे गार्ड रूम में बंद कर दिया।
- यहीं उसके साथ गैंगरेप हुआ।
- पीड़िता ने अपने मां-बाप से वारदात के बारे में बताया।
- पुलिस ने 27 जून को केस दर्ज किया। 28 जून को महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है
अब तक क्या हुआ है?
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं। मनोजीत मिश्रा के सोशल मीडिया प्रोफाइल से पता चला कि वह तृणमूल कांग्रेस का पूर्व अध्यक्ष है। मनोजीत मिश्रा के वकील अजम खान ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।
तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने कहा कि दोषियों को कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। वहीं, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले को राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति से जोड़कर TMC पर निशाना साधा।
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कस्बा पुलिस स्टेशन के बाहर वामपंथी छात्र और युवा संगठनों SFI और DYFI के प्रदर्शनकारियों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया है। पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई है, जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं। कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। केस की छानबीन जारी है।