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'जाओ मोदी को बता दो', पहलगाम में आतंकियों ने कैसे मचाया कत्लेआम?

पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है। हमले के बाद पीएम मोदी भी सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर दिल्ली लौट रहे हैं। इस हमले से जुड़ी सारी बातें जानिए इस रिपोर्ट में।

pahalgam attack

पहलगाम अटैक की सबसे दर्दनाक तस्वीर। (Photo Credit: PTI)

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में नरसंहार हुआ है। छुट्टियां मनाने आए पर्यटकों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। जो बच गए, उन्होंने बताया कि आतंकियों ने आकर पहले धर्म पूछा और फिर गोली मार दी। इस कायराना आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक नेपाल और एक संयुक्त अरब अमीरात का पर्यटक भी है। फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह सबसे घातक हमला है।


इस आतंकी हमले के बाद सऊदी अरब की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वापस दिल्ली लौट आए हैं। लौटते ही एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने NSA अजित डोभाल और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बैठक की। गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार रात ही श्रीनगर पहुंच गए थे। बताया जा रहा है कि आज दिल्ली में एक हाईलेवल मीटिंग होनी है।

कहां और कैसे हुआ हमला? 

  • कहां हुआ हमला?: आतंकियों ने यह हमला अनंतनाग जिले के पहलगाम से 6 किलोमीटर दूर बैसरन घाटी में हुआ। इसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहा जाता है। यह हमला दोपहर करीब पौने तीन बजे हुआ था।
  • कैसे हुआ हमला?: पुलिस और सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने घास के मैदान में घुसकर पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और जब पक्का हो गया कि वे मुस्लिम नहीं हैं तो गोली मार दी।
  • बैसरन घाटी तक कैसे पहुंचे आतंकी?: अधिकारियों ने बताया कि इस बात की पूरी संभावना है कि आतंकी जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग के रास्ते बैसरन घाटी तक पहुंचे होंगे।
  • किसने किया हमला?: इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है। यह पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक संगठन है।  
  • मरने वालों में कौन?: आतंकी हमले में जान गंवाने वालों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से हैं। गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के दो पर्यटक घायल हुए हैं। एक नेपाल और यूएई के पर्यटक की भी मौत हुई है। 

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चश्मदीदों ने क्या बताया?

चश्मदीदों ने बताया कि सभी लोग मस्ती कर रहे थे, तभी आतंकियों ने आकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी में खून से लथपथ लाशें बिखर गई थीं और हर तरफ सिर्फ चीख-पुकार थी। चश्मदीदों ने बताया है कि हमला करने 5 आतंकी आए थे और दावा किया है कि सभी सुरक्षाकर्मियों की वर्दी में थे।


पुणे के कारोबारी संतोष जगदाले को उनके टेंट से बाहर निकालकर कुरान की आयत पढ़ने के लिए कहा गया। जब वे ऐसा नहीं कर पाए, तो उन्हें तीन बार गोली मारी गई। एक बार सिर में, फिर कान के पीछे और फिर पीठ में। संतोष जगदाले की बेटी असावरी ने बताया कि जब उनके पिता जमीन पर गिर गए तो आतंकियों ने उनके बगल में लेटे चाचा की पीठ में कई गोली मारी।

 


हमले में बची एक महिला ने बताया, 'मेरे पति को इसलिए सिर में गोली मार दी, क्योंकि वे मुस्लिम नहीं थे।' एक महिला ने बताया कि आतंकियों ने पहले नाम पूछा और फिर गोली मार दी।


कर्नाटक के शिवमोगा जिले के कारोबारी मंजूनाथ राव की भी आतंकियों ने हत्या कर दी। उनकी पत्नी पल्लवी ने मीडिया को बताया, 'मैं अपने पति और बेटे के साथ कश्मीर गई थी। दोपहर करीब 1.30 बजे हम पहलगाम पहुंचे। मेरी आंखों के सामने उनकी मौत हो गई।' उन्होंने आगे बताया, '3-4 आतंकियों ने हम पर हमला किया। मैंने उनसे कहा कि मेरे पति को मार दिया है, मुझे भी मार दो। उनमें से एक ने कहा- हम तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो।'

 

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PM मोदी बोले- बख्शेंगे नहीं

आतंकियों ने यह हमला ऐसे वक्त किया है, जब पहलगाम में पर्यटकों की आवाजाही बहुत होती है। हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब से वापस लौट आए हैं।


पीएम मोदी ने X पर लिखा, 'पहलगाम में हुए आतंकी हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। इस जघन कृत्य के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी कामयाब नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है।'

 

अधिकारियों ने बताया कि आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन शुरू किया है। जम्मू-कश्मीर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं। जम्मू-कश्मीर की सरकार ने भी अनंतनाग और श्रीनगर में एक 24X7 कंट्रोल रूम सेटअप किया है। इसके साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

 

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की निंदा करते हुए आतंकियों की तुलना 'जानवरों' से की है। उन्होंने X पर लिखा, 'मैं सदमे में हूं। हमारे पर्यटकों पर इस तरह का हमला एक घृणित काम है। हमला करने वाले जानवर और अमानवीय हैं। निंदा करने के लिए कोई भी शब्द काफी नहीं है।'

 


जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, 'पूरा देश गुस्से में है। हमारे सुरक्षाबलों का खून खौल रहा है। मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि आतंकियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।'

 

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अमित शाह पहुंचे कश्मीर, आज PM के साथ बैठक

आतंकी हमले की खबर सामने आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार शाम ही श्रीनगर पहुंच गए। शाह ने कहा, 'आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। हम उनपर कठोर से कठोर कार्रवाई करेंगे।' 


अमित शाह ने देर रात ही श्रीनगर में एक मीटिंग भी ली। बताया जा रहा है कि बुधवार को अमित शाह पहलगाम भी जा सकते हैं। बुधवार को दिल्ली लौटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी भी एक मीटिंग करेंगे। 


इस बीच, दुनियाभर के नेताओं ने इस हमले की निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को पीएम मोदी से फोन पर बात की और इस हमले की निंदा की। ट्रंप ने पीएम मोदी से कहा, 'आतंक के खिलाफ इस लड़ाई में अमेरिका, भारत के साथ खड़ा है। पीएम मोदी और भारत के लोगों को हमारा पूरा साथ है।'

 


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने X पर लिखा, 'जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए इस हमले से मैं बहुत दुखी हूं। इजरायल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है।' रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, 'इस जघन्य अपराध को वाजिब नहीं ठहराया जा सकता। उम्मीद करते हैं कि इस हमले को अंजाम देने वालों को उचित सजा मिलेगी।'

अब कैसे हैं पहलगाम में हालात?

कल तक जिस पहलगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों का शोर था, आज वहां पूरी तरह से सन्नाटा है। अब यहां से पर्यटक वापस लौटन लगे हैं। कश्मीर में छुट्टियां मनाने गए दिल्ली के समीर भारद्वाज ने कहा, 'मैं कई दिनों से कश्मीर में हूं। हमारा प्लान पहलगाम जाने का भी था। अब क्या घूमना रह गया है, अब हम दिल्ली लौट रहे हैं। जो यहां हुआ, वह बहुत गलत है।'


पहलगाम से कुछ किलोमीटर दूर बैसरन घाटी पर्यटकों की बड़ी पसंद रहा है। यहां पैदल या घोड़े-खच्चर पर बैठकर ही पहुंचा जा सकता है। 

 


पहलगाम में हुए आतंकी हमले को 25 साल का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है। इससे पहले साल 2000 में पहलगाम के अमरनाथ बेस कैंप पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 30 लोग मारे गए थे। 2002 में भी पहलगाम में हुए एक हमले में 11 लोग मारे गए थे। पिछले साल मई में भी आतंकियों ने पहलगाम के यान्नार इलाके में गोलीबारी कर दी थी, जिसमें राजस्थान का एक कपल घायल हो गया था।


आतंकियों ने बैसरन घाटी में हमला ऐसे वक्त किया है, जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। मार्च 2000 में जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन आए थे, तब भी आतंकियों ने कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा में 35 सिखों की हत्या कर दी थी।

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