logo

ट्रेंडिंग:

एक-दूसरे की रीढ़ हैं हिमाचल और पंजाब, टकराव क्यों हुआ? इनसाइड स्टोरी

हिमाचल प्रदेश और पंजाब, दोनों मजबूत सांस्कृतिक विरासत साझा करते हैं। दोनों प्रदेशों के लोग एक-दूसरे से खफा क्यों हैं, समझिए कहानी।

Himachal Pradesh

पाओंटा साहिब. (Photo Credit: Himachal Tourism)

हिमाचल प्रदेश और पंजाब में रह रहे लोगों का एक बड़ा तबका, एक-दूसरे से नाराज है। नाराजगी इतनी बढ़ गई है कि मामला अब सरकारों तक पहुंच गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात की। बातचीत का मुद्दा रहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकारी बसों को पंजाब में निशाना न बनाया जाए।

सीएम भगवंत मान ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से कहा है कि राज्य में सरकारी बसों को तोड़फोड़ पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त ऐक्शन लिया जाएगा। कुछ जगहों पर हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ पंजाब में बदसलूकी हुई, कुछ जगहों पर पंजाब के लोगों के साथ हिमाचल में बदसलूकी हुई। यह तब हुआ, जब दोनों राज्य, व्यापार, संस्कृति से लेकर इतिहास तक एक दूसरे की रीढ़ की तरह रहे हैं।

हंगामा कैसे शुरू हुआ?
मनाली में पंजाब से आए पर्यटकों के एक समूह में भिंडरावाले के झंडे लहराए गए थे। जब स्थानीय लोगों ने कहा कि इन झंडों को हटा दो तो पर्यटक, स्थानीय लोगों से ही भिड़ने लगे। बसों पर भी खालिस्तान के समर्थन वाले झंडे लहराए गए। सिखों के खिलाफ कई जगहों पर लोगों ने आपत्तिनजक शब्दों का इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया।

यह भी पढ़ें: शंभू-खनौरी सीमा पर अड़े किसान, सरकार का ऐक्शन, अब तक क्या-क्या हुआ?


मंगलवार शाम को चंडीगढ़ से हिमाचल प्रदेश जा रही एक बस पर मोहाली के खरार में हमला हो गया। दो कार सवार आए, उन्होंने बस को रोका और शीशा तोड़ दिया। मामला यहीं नहीं थमा। खालसा समूहों ने होशियारपुर में खड़ी गाड़ियों, सरकारी बसों में भिंडरावाले के पोस्टर चिपका दिए। मुद्दा संसद तक उठा। हिमाचल प्रदेश की बसों पर पंजाब में पत्थर फेंके गए। मुद्दा पर्यटकों की सुरक्षा का भी उठा। 

हिमाचल में खालिस्तान समर्थक पोस्ट लिए हुए पर्यटक। (Photo Credit: PTI)

पंजाब के नेताओं का क्या कहना है?
अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में सिख युवाओं को निशाना बनाया जा रहा है। कोई किसी का झंडा लेकर जा रहा है, यह कैसे मुद्दा हो सकता है, कैसे कोई कानून-व्यवस्था अपने हाथ में ले सकता है। अगर ऐसे ही हुआ तो हिमाचल प्रदेश का पर्यटन इसके असर से अछूता नहीं रहेगा। 



कैसे एक-दूसरे पर निर्भर हैं पंजाब और हिमाचल प्रदेश?
हिमाचल प्रदेश और पंजाब एक दूसरे पर अतीत से लेकर वर्तमान तक के नजरिे से निर्भर हैं। दोनों सूबे, समृद्ध सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक भागीदारी साझा करते हैं। हिमाचल प्रदेश में सिख धर्म से जुड़े कई अहम गुरुद्वारे हैं, जहां गुरुओं की स्मृतियां हैं। व्यापार, पर्यटन, खानपान, भाषा और रहन-सहन के स्तर पर भी दोनों राज्यों में समता है।

यह भी पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर 'हमले' के 'विवाद' बनने की पूरी कहानी

धार्मिक नजरिए से कितना अहम है दोनो राज्यों का रिश्ता?
हिमाचल प्रदेश में कई अहम गुरुद्वारे हैं। इनेमं गुरुद्वारा पंऊदा साहिब, रेवलासर, मणिकरण साहिब, आनंद कारज, दमदमा साहिब, त्रिवेणी साहिब, नदौन, पौर साहिब प्रमुख हैं। यहां पजाब से सिख तीर्थयात्रियों का बड़ा जत्था आता है। पाउंटा साहिब गुरुद्वारा, गुरु गोबिंद सिंह से जुड़ा है।  यहां उन्होंने दसम ग्रंथ की कुछ पंक्तियां लिखी थीं। यहां उनसे जुड़ी कुछ स्मृतियां रखी गई हैं। रिवालसर गुरुद्वारा मंडी के पास है। यहां गुरु गोबिंद सिंह और राजा सिद्ध सेन मिले थे। यहां की झील भी प्रसिद्ध है। गुरुद्वारा मणिकर्ण साहिब कुल्लू में है। यहां गुरुनानक देव आए थे। आनंद कारज गुरुद्वारा भी सिखों के लिए अहम माना जाता है।


खेती किसानी में भी एक-दूसरे की रीढ़ हैं पंजाब-हिमाचल
पंजाब खेती के लिहाज से सबसे समृद्ध राज्यों में से एक है। गेंहू से लेकर चावल तक, पंजाब में खूब पैदा होता है। हिमाचल प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा पहाड़ी क्षेत्र है, जहां खेती के लिए अनुकूल स्थितियां कम हैं। अनाज से लेकर फल और सब्जियों तक हिमाचल प्रदेश का एक बड़ा तबका, पंजाब पर निर्भर है। हिमाचल प्रदेश सेब,आड़ू, खुबानी जैसे फलों का बड़ा उत्पादक है। पंजाब पड़ोसी राज्य है। दोनों राज्यों के बीच कृषि संबंधी आयात-निर्यात खूब होते हैं।

हिमाचल प्रदेश में सेब के बागान। (Photo Credit: PTI)

पर्यटन में कैसी है पंजाब-हिमाचल की निर्भरता?
हिमाचल प्रदेश की आय का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन पर आधारित है। हिमाचल प्रदेश में शिमला, मंडी और धर्मशाला जैसी जगहों पर बड़ी संख्या में पंजाबी पर्यटक आते हैं। पड़ोसी राज्य होने की वजह से सबसे नजदीक हिल स्टेशन के चलते लोग यहां जाते हैं। पंजाब से हिमाचल प्रदेश बाइक से भी लोग आसानी से पहुंच जाते हैं। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन में पंजाब ने भी निवेश किया है। पंजाबी व्यापारियों का एक बड़ा तबका, हिमाचल प्रदेश के होटल-रेस्त्रां उद्योग में शामिल है। 

हिमाचल प्रदेश। (Photo Credit: PTI)

और किन क्षेत्रों में एक-दूसरे पर निर्भर हैं दोनों सूबे
हिमाचल प्रदेश में कई जल विद्युत परियोजनाएं चलती हैं। यहां पैदा होने वाली बिजली का एक बड़ा हिस्सा पंजाब को जाता है। पंजाब के किसान हिमाचल प्रदेश में जाकर मजदूरी भी करते हैं। पंजाब के कुटीर उद्योगों की एक बड़ी खेप हिमाचल प्रदेश जाती है। दोनों राज्यों में खिलौने, कपड़े, मशीनरी हस्तशिल्प और दवाइयों के लिए भी एक-दूसरे पर निर्भर हैं। हिमाचल प्रदेश वन आच्छादित प्रदेश है। यहां से लकड़ी, हस्तशिल्प और औषधि से जुड़ी सामग्रियां भी पंजाब में खूब बिकती हैं। 


 

ऐतिहासिक तौर पर कितने करीब हैं पंजाब और हिमाचल?
1948 से पहले हिमाचल प्रदेश के कई जिले, पंजाब के भीतर आते थे। 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश, चीफ कमिश्नर के राज्यों के तौर पर अस्तित्व में आया। जब 26 फरवरी 1950 को संविधान लागू हुआ, तब हिमाचल प्रदेश को भी अहम पहचान मिली। 1 जुलाई 1954 को हिमाचल प्रदेश का सीमा विस्तार हुआ और राज्यो को बिलासपुर मिल गया। 1 जुलाई 1956 को हिमाचल प्रदेश केंद्र शासित प्रदेश के तौरपर अस्तित्व में आया। 1 नवंबर 1966 को कांगड़ा और पंजाब के दूसरे पहाड़ी इलाकों को हिमाचल में मिला दिया गया। तब भी हिमाचल प्रदेश केंद्र शासित प्रदेश रहा। 

साल 1970 में हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम पास हुआ। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश नए राज्य के तौर पर अस्तित्व में आया। यह भारत गणराज्य का 18वां प्रदेश बना। पहले भागल, भगत, कुन्नीर, कुथार, मंगल, बेजा औल कोठी के कुछ हिस्से भी पंजाब में आते थे। शिमला तक पंजाब का विस्तार था लेकिन नवंबर 1972 के बाद शिमला जिले के तहसील, कुल्लू, लाहुल और स्पीति और कांगड़ा हिमाचल का हिस्सा हो गए।

हिमाचल प्रदेश में सांस्कृति तौर पर अहम कई गुरुद्वारे हैं। (Photo Credit: PTI)

नए टकराव का हल क्या है?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हालिया हिंसा पर बात की है। दोनों नेताओं ने हिंसा रोकने और स्थितियां सामान्य करने की प्रतिबद्धता दोहराई है। दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में स्थितियां सामान्य होंगी।

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap