भारत सरकार ने हज यात्रा के लिए हज कोटा बढ़ाए जाने का ऐलान किया है। अल्पसंख्यक मंत्रालय के मुताबिक सऊदी अरब ने नए समझौते के बाद भारत का हज कोटा बढ़कर 175025 हो गया है। साल 2024 में यह कोटा 170000 थी। सरकार लगातार हज कोटा बढ़वाने के लिए प्रयासरत थी। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने ऐलान किया है कि हज कोटे के तहत 122518 लोगों को हज भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
भारत को आवंटिक हज कोटे में से 70 प्रतिशत लोगों को भारतीय हज समिति भेजी। 30 फीसदी लोग निजी संचालकों की मदद से जाएंगे। सऊदी की गाइड लाइन के मुताबिक सभी जरूरी तैयारियां, उड़ानें, परिवहन, मीना शिविल और दूसरी सेवाओं के संबंध में तैयारियां पूरी हो गई हैं।
अल्पसंख्यक मंत्रालय के मुताबिक 52507 लोगों के भेजने की व्यवस्था निजी ऑपरेटरों ने की है। सऊदी अरब ने हज को लेकर कुछ बदलाव किए हैं। मंत्रालय ने 800 से ज्यादा ऑपरेटरों को 26 संयुक्त हज समूह ऑपरेटरों (CHGO) में रखा है, उन्हें पहले से ही कोटा आवंटित किया गया था। ये संगठन सही वक्त पर मानकों पर खरा नहीं उतर पाए, जिसकी वजह से जरूरी अनुबंधों पर फैसला नहीं हो पाया।
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क्यों दोबारा खुला हज पोर्टल?
अल्पसंख्यक मंत्रालय ने कहा, 'भारत सरकार ने सऊदी अधिकारियों के साथ कई स्तरों पर बातचीत की है। सऊदी हज मंत्रालय ने तीर्थयात्रियों के बारे में चिंता जताई है। मीना में भीषण गर्मी है, जगह भी कम है। सऊदी ने कहा है कि देरी की वजह से मीना में पहले लोग आ चुके हैं, अब किसी देश को विस्तार नहीं दिया जाएगा।'
सरकार की दखल के बाद सऊदी हज मंत्रालय ने मीना में 10 हजार यात्रियों के रुकने के लिए हज पोर्ट को फिर से खोलने की इजाजत दी है। सऊदी अरब ने मीना में निजी टूर ऑपरेटरों को आवंटित क्षेत्रों को रद्द कर दिया था, जिसके बाद 52 हजार हज यात्रियों की चिंता बढ़ गई थी।
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मीना क्या है?
मीना पहाड़ों से घिरी एक घाटी है। यह सऊदी अरब के मक्का के पूर्वी इलाके में है। हज और उमराह पर गए लोग, मीना घाटी में तब्बुओं में रहते हैं। हज पर गए लोग, यात्रा की 8वीं, 11वीं और 12वीं रात मीना में बिताते हैं। तवाफ के बाद यात्री मीना लौटते हैं। यहां हज यात्रा पर गए लोग जमरात या रामी को पत्थर मारते हैं।