देश की सबसे बड़ी वामपंथी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) यानी CPI(M) को नया महासचिव मिल गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मरियम अलेक्जेंडर बेबी CPI(M) के नए महासचिव बन गए हैं। रविवार को हुई पार्टी की सालाना कांग्रेस में उन्हें महासचिव चुन लिया गया है। सितंबर 2024 में सीताराम येचुरी के निधन के बाद से महासचिव का पद खाली था।
कम्युनिस्ट पार्टी में महासचिव का पद ही सबसे ताकतवर होता है। बाकी पार्टियों या संगठन की तरह इसमें अध्यक्ष का पद नहीं होता है। एमए बेबी से पहले सीताराम येचुरी महासचिव थे, जिन्हें 2015 में इस पद पर नियुक्त किया गया था। अब एमए बेबी को महासचिव चुना गया है। पार्टी का महासचिव बनने वाले एमए बेबी पहले अल्पसंख्यक हैं।
अब एमए बेबी को ऐसे समय में कमान मिली है, जब पार्टी लगातार कमजोर हो रही है। महासचिव चुने के बाद एमए बेबी ने भी पार्टी के कमजोर होने की बात मानी। उन्होंने कहा कि पार्टी कमजोर हो रही है और CPI(M) को मजबूत करने के लिए सबको साथ आने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'हम बड़ा संगठन हैं, जिसके 50 लाख से ज्यादा सदस्य हैं। अगर हम सबको सक्रिय करते हैं तो हम चुनौतियों का सामना भी कर सकेंगे।'
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महासचिव क्या होता है?
बाकी राजनीतिक पार्टियों में अध्यक्ष का पद सबसे बड़ा होता है लेकिन कम्युनिस्ट पार्टियों में महासचिव का पद होता है। कम्युनिस्ट पार्टियों का ढांचा रूस से आया है।
रूस में व्लादिमीर लेनिन ने कम्युनिस्ट पार्टी में सचिव के पद की भूमिका मजबूत की थी। 1922 में लेनिन फिर इस पार्टी के महासचिव बन गए थे। ऐसा माना जाता है कि कम्युनिस्ट पार्टी में 'अध्यक्ष' की बजाय 'महासचिव' का पद इसलिए रखा गया, ताकि इसे बाकी पार्टियों से अलग दिखाया जा सके। पार्टी नेताओं का मानना है कि 'अध्यक्ष' का पद व्यक्ति केंद्रित छवि बनाता है, जबकि 'महासचिव' का पद सबके साथ मिलकर काम करने वाले नेता की छवि दिखाता है।
कम्युनिस्ट पार्टी में सबसे ऊपर महासचिव होता है। कम्युनिस्ट पार्टियों में पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति होती है। CPI(M) के पोलित ब्यूरो में 18 सदस्य हैं, जिनमें केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी शामिल हैं। जबकि, केंद्रीय समिति में 85 सदस्य हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी में पोलित ब्यूरो को सबसे ताकतवर बॉडी माना जाता है। पोलित ब्यूरो में शामिल सदस्यों का चयन केंद्रीय समिति करती है। पार्टी में फैसला लेने का अधिकार पोलित ब्यूरो के पास ही होता है। वहीं महासचिव वह नेता होता है, जो पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति का नेतृत्व करता है।
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कौन हैं एमए बेबी?
एमए बेबी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। 1954 में केरल के प्रक्कुलम में उनका जन्म हुआ था। राजनीति में उनकी शुरुआत स्कूली दिनों में ही हो गई थी। स्कूल के दिनों में ही एमए बेबी केरल स्टूडेंट फेडरेशन से जुड़ गए थे, जो स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) की विंग थी।
एमए बेबी 1986 से 1998 तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। 2006 से 2011 तक केरल की वीएस अच्युतानंद सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे हैं। उन्होंने बेट्टी लुईस से शादी की है, जो SFI की केरल यूनिट की कमेटी की सदस्य रह चुकी हैं। दोनों का एक बेटा है, जिसका नाम अशोक बेट्टी नेल्सन है।