logo

ट्रेंडिंग:

बिहार दिवस के बहाने बिहारी वोटरों को कैसे साधेगी BJP? इनसाइड स्टोरी

बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ महीने बाकी हैं लेकिन बीजेपी ने अलग-अलग राज्यों में तैयारियां शुरू कर दी हैं। कैसे, पढ़ें रिपोर्ट।

BJP

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम नरेंद्र मोदी। (Photo Credit: BJP)

बिहार विधानसभा चुनाव के अब कुछ महीने बचे हैं। चुनावी रणभेरी भले ही न बजी हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चुनावी दंगल के लिए अपनी तैयारियों में जुट गई है। जिन राज्यों में बिहारी वोटर निर्णायक संख्या में हैं, वहां उन्हें साधने की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं।

बिहार चुनाव के लिए बीजेपी, उन राज्यों में बिहारी वोटरों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जहां उनकी संख्या ज्यादा है। बीजेपी स्थानीय स्तर पर कई दौर की बैठकें रख रही है, जिससे वोटरों से सीधे संवाद किया जा सके। बिहारी प्रतिनिधियों के साथ चुनाव को लेकर चर्चा भी करने की तैयारी है। 

हरियाणा से कैसे सधेगा बिहार?
22 मार्च को बिहार दिवस है। विधानसभा चुनावों से बहुत पहले, हरियाणा में बीजेपी ने अपनी अगली चुनावी रणनीति तय कर ली है। बिहार दिवस पर कार्यक्रम के लिए बीजेपी ने प्रदेश और जिला समिति में पद-प्रमुखों के नामों का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने प्रदेश और जिला स्तर पर समितियां बनाई हैं। 

प्रदेश समिति में कौन शामिल हैं?
प्रदेश समिति की संयोजक डॉ. अर्चना गुप्ता हैं। सहसंयोजक पवन यादव, राजकुमार कटारिया और वेद पराशर हैं। 

यह भी पढ़ें- औरंगजेब की कब्र का बाबरी जैसा हश्र करने की धमकी, महाराष्ट्र में अलर्ट

 BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह। (Photo Credit: BJP)

जिला समिति में कौन शामिल है?
यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत और सोनीपत के लिए जिला स्तरीय समिति बनाई गई है। यमुना नगर में कृष्ण सिंगला संयोजक हैं, कुरुक्षेत्र में रवि बतान, करनाल में बृज गुप्ता, गुरुग्राम में कमल यादव, फरीदाबाद में राजकुमार वोहरा, पानीपत में चंदन मिश्रा और सोनीपत में निरंजन पार्षद को संयोजक बनाया गया है। 

कैसे दूसरे राज्यों से बिहार संभालेगी बीजेपी?
बीजेपी प्रवासी बिहारियों तक पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। बिहार के स्थानीय नेताओं को भी उन राज्यों में बुलाया जाएगा, जहां बिहारी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। वे बिहारी समुदाय को बिहार जाने के लिए प्रेरित करेंगे और बीजेपी के लिए रणनीति तैयार करेंगे।

यह भी पढ़ें: क्या है तमिलनाडु 'शराब घोटाला' जिसके विरोध में गिरफ्तार हुए अन्नामलाई?

क्या संदेश देगी बीजेपी?
बीजेपी कोशिश में है कि बाहरी राज्यों में रह रहे बिहारी मतदाताओं को अपने पाले में किया जाए, जिससे वे राज्य में मौजूद दूसरे साथियों को भी एकजुट करें और चुनाव के लिए अपने-अपने गांव, कस्बों में प्रचार भी करें। बीजेपी राष्ट्र से राज्य तक संदेश देने की कोशिश में जुटी है। 

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा। (Photo Credit: BJP)


 हरियाणा में खुद मुख्यमंत्री ने संभाली कमान
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रवासी बिहारी मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिए सभी जिला अध्यक्षों की एक अहम बैठक की है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने भी चुनावों के मद्देनजर अपनी भूमिका तय कर ली है। वे भी बिहारी समुदाय से संपर्क करेंगे और चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेंगे। 

'बिहार दिवस' पर देशव्यापी अभियान की है तैयारी
बिहार दिवस को बीजेपी देशव्यापी अभियान की तरह मना रही है। बिहार में बीजेपी हमेशा गठबंधन के सहारे ही सत्ता में आई। नीतीश कुमार 2 दशक में कभी बीजेपी से रूठते हैं, कभी मानते हैं। ज्यादातर वक्त तक, एनडीए गठबंधन 2 दशक से कायम है। अब बीजेपी का प्लान यह है कि बिहार में जड़ें और मजबूत की जाएं, जिससे जनता दल यूनाइटेड (JDU) पर बीजेपी की निर्भरता कम से कम हो। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा। (Photo Credit: BJP)

बीजेपी प्रवासी बिहारियों के लिए 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत स्नेह मिलन' कार्यक्रम की शुरुआत कर रही है। अलग-अलग राज्यों में रहने वाले बिहार के लोगों के साथ संवाद किया जाएगा। इसमें राज्य का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल रहेगा। 

(Photo Credit: BJP)

बिहार के लिए बीजेपी का प्लान क्या है?
बिहार के लिए बीजेपी ने कई प्लान तैयार किया। नीतीश कुमार कैबिनेट में फेरबदल, जातीय समीकरणों में संतुलन बनाने की कोशिश बीजेपी पहले कर चुकी है। अब बीजेपी का जोर प्रवासी वोटरों को साधने का है। 

बीजेपी ने मिशन बिहार के लिए प्लान तैयार कर लिया है। जैसे दिल्ली में बीजेपी ने पूर्वांचली वोटरों को साधने के लिए पूर्वांचली चेहरों को उतार दिया था, अलग-अलग राज्यों में भी यही कवायद की जाएगी। 

बिहार से बाहर आकर जड़ें जमाने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा, उनकी ऐतिहासिक विरासत के बहाने सियासत भी संभालने की कोशिश की जाएगी। सरकार इन आयोजनों में केंद्र की योजनाओं का प्रचार भी करेगी। देशभर में 2 करोड़ से ज्यादा बिहार के लोग बाहरी राज्यों में बसे हैं। उन्हें साधने की कवायद में बीजेपी देशव्यापी तैयारियां कर रही है। 

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap