कभी सोचा है कि जम्मू और कश्मीर की सत्तारूढ़ पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के सबसे बड़े चेहरे फारूक अब्दुल्ला की रैगिंग हुई हो, उन्होंने किसी ने तमाचे जड़े हों? अगर नहीं तो एक शख्स ने ऐसा दावा किया है कि उन्होंने फारूक अब्दुल्ला को तमाचे जड़े हैं, रैगिंग की है, पिटाई की है। ऐसा करने वाले शख्स कोई और नहीं, रिटायर्ड जनरल मेजर सीएस धवन हैं। उन्होंने खुद एक पॉडकास्ट में दावा किया है कि उन्होंने फारूक अब्दुल्ला को कई दफा पीटा है।
सीएएस धवन ने पॉडकस्ट में दावा किया कि शुरुआती दिनों में फारूक अब्दुल्ला खुद को हिंदुस्तानी नहीं मानते थे और हिंदी भी बोलने से परहेज करते थे। उन्हें हिंदी बोलना गवारा नहीं था। वह कहते भी थे कि वह भारतीय नहीं हैं इसलिए हिंदी में बात नहीं करेंगे। सीएस धवन ने यह भी दावा किया है कि जब कश्मीर में हालात बिगड़ते तो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के कुछ करीबी लोग आते और उन्हें लेकर चले जाते। यह आजादी के बाद के शुरुआती दिनों की बात है।
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रिटायर्ड मेजर जनरस सीएस धवन से यूट्यूबर समदीश ने सवाल किया कि क्या आपने कभी फारूक अब्दुल्ला की रैगिंग की है। उन्होंने जो जवाब दिया, उस पर यकीन नहीं होगा-
'खुद को हिंदुस्तानी नहीं मानते थे, मैं फारूक अब्दुल्ला को पीटता था'
रिटायर्ड मेजर जनरल सीएस धवन:-
बहुत। रोज पिटाई करते थे उसकी। फारूक को इसलिए यहां भेजा गया क्योंकि जम्मू-कश्मीर में कोई मेडिकल कॉलेज नहीं था। जब भी यहां कोई तनाव होता था तो नेहरू का आदमी था और दोनों बच्चों को उठाकर अपने घर ले जाता था। ताकी कोई इन्हें कोई मारपीट नहीं करता था। फारूक ज्यादा पॉलिटीशियन था। छोटा भाई जो था, वह मिलनसार था। वह हमारे साथ मिलकर खेलता था। इससे जब बात करो तो कहता था कि मैं हिंदी में क्यों बोलूं मैं हिंदुस्तानी नहीं। तो हम उसको थप्पड़ मारते थे। ..... अगर तू इंडियन नहीं है तो क्या क्या है। काफी मार खाई है उसने हमसे।
फारूक अब्दुल्ला ने कहां से की है मेडिकल की पढ़ाई
फारूक अब्दुल्ला, शेख अब्दुल्ला के बेटे हैं। वह जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे हैं। जम्मू और कश्मीर के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। वह जम्मू और कश्मीर के कई बार मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा श्रीनगर के टिंडल बिस्को स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद, वह जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए थे। मेडिकल एजुकेशन पूरी करने के बाद फारूक अब्दुल्ला प्रैक्टिस के लिए ब्रिटेन चले गए थे। वहां वे एक अरसे तक रहे फिर भारत लौटे। सीएस धवन ने भी जयपुर एमएमएस कॉलेज से MBBS हैं।