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काम का दबाव या कुछ और, सब-इंस्पेक्टर ने थाने में खुद को मारी गोली

घटना की जानकारी मिलने पर उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। 

Representational Image । Photo Credit: AI

प्रतीकात्मक तस्वीर । Photo Credit: AI

नालंदा जिले के हरनौत थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर रामपुकार यादव ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना उस समय सामने आई, जब थाने के परिसर में ही 42 वर्षीय रामपुकार ने अपनी जान ले ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पटना के पारस अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि, वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

 

रामपुकार यादव, जो मूल रूप से गया जिले के इसरपुर गांव के निवासी थे, पिछले दो वर्षों से डायल-112 सेवा में तैनात थे। उनकी इस आत्मघाती कदम की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामपुकार ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से सिर में गोली मारी, जो उनके सिर को आर-पार कर गई। इस घटना ने न केवल उनके सहकर्मियों, बल्कि स्थानीय लोगों को भी स्तब्ध कर दिया।

 

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जांच जारी

घटना की जानकारी मिलते ही नालंदा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए। सदर डीएसपी-2 संजय कुमार जायसवाल और कई अन्य थानों की पुलिस तुरंत हरनौत थाने पहुंची। नालंदा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भारत सोनी भी शाम करीब सात बजे घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। थाने के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया ताकि जांच प्रक्रिया में किसी तरह की बाधा न आए। 

 

सदर डीएसपी-2 संजय कुमार जायसवाल ने प्रारंभिक बयान में बताया कि सब-इंस्पेक्टर रामपुकार यादव ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद उन्हें तत्काल पटना के पारस अस्पताल ले जाया गया। दुर्भाग्यवश, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। डीएसपी ने यह भी बताया कि मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर रामपुकार ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।

 

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आधिकारिक बयान नहीं

यह घटना कई सवाल खड़े करती है। एक पुलिस अधिकारी, जो कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी संभालता हो, वह स्वयं इतने तनाव में कैसे पहुंच गया कि उसने अपनी जान लेने का फैसला कर लिया? क्या यह मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है या फिर व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में किसी तरह का दबाव? अभी तक पुलिस ने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन जांच के बाद ही सटीक कारणों का खुलासा हो पाएगा।

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