20 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा। शपथ ग्रहण में 20 से 30 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस पर मौन साध लिया है। मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं लेकिन कौन चेहरा है, इस पर पार्टी के किसी भी नेता ने बात नहीं की है।
दिल्ली में मुख्यमंत्री चेहरे पर सस्पेंस अभी जारी है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने पूरे चुनाव में प्रचार किया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल बनाम 'कौन' है। सोशल मीडिया पर मीम्स शेयर हुए कि 'कौन है दूल्हा' लेकिन बीजेपी ने किसी भी चेहरा का नाम नहीं लिया।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा सीएम पद के प्रबल दावेदार हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि विजेंदर गुप्ता, रेखा गुप्ता या आशीष सूद भी दिल्ली के सीएम हो सकते हैं। बीजेपी ने इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
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नई सरकार में डिप्टी सीएम नहीं!
सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान बैठक में मौजूद रहेंगे। अभी तक कुल 15 विधायकों का नाम मंत्री पद के लिए आगे चल रहा है। नई सरकार में कोई डिप्टी सीएम नहीं होगा।
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सरकार गठन के लिए बैठक कब होगी?
बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह और सरकार के गठन को लेकर सोमवार शाम बैठक करने वाली है। बैठक में ही समय और तारीख तय की जाएगी। बैठक में शपथ ग्रहण के प्रभारी विनोद तावड़े और तरुण चुघ होंगे। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मौजूदगी में यह बैठक होगी।
BJP ने क्यों कायम रखा है सस्पेंस?
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में बीजेपी कई नामों पर मंथन कर रही है। बीजेपी महिला और जातिगत समीकरणों पर भी ध्यान दे रही है। ओबीसी, अनुसूचित जाति, पूर्वांचली और महिला कई ऐसे फैक्टर हैं, जिन पर बीजेपी विचार कर रही है। बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में बीजेपी की कोशिश यही है कि किसी ऐसे चेहरे को चुनाव जाए, जिसका संदेश व्यापक हो। बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व मंथन के बाद ही तय करेगा कि किसे दिल्ली की कमान सौंपी जाए।