अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मुकदमे को 'राजनीतिक साजिश' करार दिया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले ईरान के हमलों से बचाया, अब उन्हें इजरायल में ही उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से बचा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल बेंजामिन नेतन्याहू को 'जंग का हीरो' तक बता दिया।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'बेंजामिन नेतन्याहू एक युद्ध नायक हैं। उन्होंने अमेरिका के साथ मिलकर ईरान के परमाणु खतरे को कम करने में शानदार काम किया।' डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि नेतन्याहू को बेतुके आरोपों, जैसे सिगार और खिलौने जैसी चीजों के लिए कोर्ट में घसीटा जाना गलत है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे इंसाफ के मजाक के तौर पर बताया। उनका कहना है कि यह मुकदमा ईरान और हमास के साथ बातचीत में रुकावट डाल रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका हर साल इजरायल को अरबों डॉलर की मदद देता है, फिर भी बेंजामिन नेतन्याहू के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है। उन्होंने मांग की कि नेतन्याहू को ऐसे केस से मुक्त किया जाए, क्योंकि उनके पास अभी बड़ा काम है।
यह भी पढ़ें: 'मेरी मेहरबानी है अली खामेनई की जिंदगी,' डोनाल्ड ट्रम्प का बड़ा दावा
किन आरोपों में घिरे हैं बेंजामिन नेतन्याहू?
बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ साल 2019 में रिश्वत, धोखाधड़ी और विश्वासघात के आरोप लगे। अगर उन्हें इन मामलों में दोषी पाया गया तो 10 साल की सजा हो सकती है, उन्हें कैद भी हो सकती है।
- आरोप 1: बेंजामिन नेतन्याहू की पत्नी सारा पर आरोप है कि उन्होंने अलग-अलग व्यवसायियों से करीब 1 लाख 92 हजार अमेरिकी डॉलर के उपहार लिए और बदले में उन्हें राजनीतिक लाभ दिया।
- आरोप 2: बेंजामिन नेतन्याहू ने एक अखबार मालिक अर्नोन मोजेस के साथ सौदा किया, जिससे उनके पक्ष में खबरें छपें और उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अखबार 'इजरायल हायोम' का प्रभाव कम हो।
- आरोप 3: नेतन्याहू पर आरोप है कि उन्होंने एक टेलीकॉम कंपनी बेजेक को फायदा पहुंचाया, ताकि कंपनी के मालिक के न्यूज वेबसाइट पर उनके और उनकी पत्नी के पक्ष में खबरें छपें।
यह भी पढ़ें: 37 घंटे, स्टील्थ बम, ताबड़तोड़ हमले, ईरान की तबाही के सबूत देखिए
नेतन्याहू का इन आरोपों पर जवाब क्या है?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन आरोपों को खारिज किया है और इसे अपने खिलाफ साजिश बताया है। डोनाल्ड ट्रम्प का भी यही कहना है।