भारत रूस से तेल का सौदा करता है। रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी 2022 को हमला किया था, जो अब तक जारी है। रूस के हमले की वजह से यूक्रेन तबाह हो चुका है। ज्यादातर इलाके क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। लोग अपने घरों को खाली करके प्रवासी देशों की शरण ले चुके हैं। सेना बची है, जो रूस की सेना से जंग लड़ रही है। व्लादिमीर पुतिन के अड़ियल रवैये और वोलोदिमीर जेलेंस्की के घुटने न टेकने की वजह से यह जंग, अब तक जारी है। जंग में युद्ध अपराधों का मुद्दा छाया है, इन तमाम बातों से भारत का कोई लेना-देना नहीं है, फिर भी सजा भारत को मिलने वाली है। यह सजा दे रहे हैं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प।
27 अगस्त से डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति, भारत पर लागू हो जाएगी। ट्रम्प प्रशासन भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने वाला है, जिससे भारत पर कुल टैरिफ 50% हो जाएगा। यह दुनिया के किसी भी देश पर सबसे ज्यादा टैरिफ है।
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भारत पर टैरिफ लगाने की क्या वजह है?
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने रविवार को एनबीसी न्यूज़ के 'मीट द प्रेस' कार्यक्रम में कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस पर यूक्रेन में बमबारी रोकने का दबाव बनाने के लिए भारत पर सेकेंडरी टैरिफ जैसे आक्रामक आर्थिक उपाय लगाए हैं।
भारत पर टैरिफ लगाने से होगा क्या?
जेडी वेंस का कहना है कि इससे रूस को तेल बेचकर अमीर होने से रोका जा सकता है। ट्रम्प प्रशासन को यह मंजूर नहीं है कि भारत अमेरिका से तेल खरीदे। उनका मानना है कि यह रूस की शक्तियों को बढ़ावा देता है। चीन भी रूस का सबसे बड़ा तेल खरीदार है लेकिन उसकी ऐसी कठोर आलोचना डोनाल्ड ट्रम्प ने नहीं की है।
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भारत का क्या रुख है?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस टैरिफ को 'अनुचित और अन्यायपूर्ण' बताया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ही भारत को वैश्विक ऊर्जा बाजार को स्थिर करने के लिए रूस से तेल खरीदने को कहा था।
एस जयशंकर, विदेश मंत्री:-
यह मुद्दा सिर्फ तेल का नहीं है क्योंकि चीन और यूरोपीय देश भी रूस से तेल और गैस खरीदते हैं, लेकिन उन्हें निशाना नहीं बनाया गया।
विदेश मंत्री ने कहा, 'अगर आपको भारत से तेल या रिफाइंड उत्पाद खरीदने में समस्या है तो न खरीदें। कोई मजबूरी नहीं है।'
रूस यूक्रेन जंग पर जेडी वेंस ने क्या कहा?
जेडी वेंस ने यह भी कहा कि ट्रम्प रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं और हाल के हफ्तों में दोनों पक्षों से कुछ रियायतें मिली हैं। जेडी ट्रम्प ने रूस को चेतावनी दी है कि अगर वह युद्ध बंद नहीं करता तो उसे वैश्विक अर्थव्यवस्था से अलग-थलग रखा जाएगा।
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क्या भारत अपनी नीति बदलेगा?
एस जयशंकर ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर सहमति जताई। अमेरिकी दबाव से भारत अपने रिश्ते अमेरिका से खराब नहीं करेगा। व्लादिमीर पुतिन इस साल के अंत में भारत आने वाले हैं।