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1000 मौतें, सैकड़ों घायल, म्यामांर की मदद के लिए दुनिया ने खोले हाथ

म्यामांर भूकंप से भीषण तबाही मची है। भूकंप का असर थाईलैंड तक रहा। दोनों देशों में कितनी तबाही मची है, राहत के लिए क्या ऐलान किए गए हैं, पढ़ें रिपोर्ट में।

Myanmar Earthquake

म्यांमार में भूकंप के बाद मची तबाही। (Photo Credit: Myanmar Army)

म्यामांर में भूकंप की वजह से कम से कम 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, वहीं 1600 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है। मृतकों के आंकड़े और बढ़ सकते हैं। थाईलैंड में भी भीषण तबाही मची है। एक निर्माणाधीन इमारत गिर गई, जिसमें 10 लोग मारे गए। म्यांमार जुंटा के चीफ मिन आंग ने दुनियाभर के नेताओं से म्यांमार के लिए मदद मांगी है। उन्होंने कहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में दुनिया म्यांमार की मदद करे। शुक्रवार दोपहर में आए भूकंप के विनाशकारी असर नजर आए हैं। म्यांमार में शुक्रवार से अब तक 3 बार भूकंप आए हैं। तीसरी बार शनिवार को एक बार फिर 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था। 

म्यांमार में भूकंप की तीव्रता 7.7 रिक्टर स्केल की रही। भारत ने भी मदद के लिए बचाव टीमों को भेजा है। शुक्रवार को दोपहर में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। करीब 11 मिनट बाद, 6.4 तीव्रता का एक शक्तिशाली आफ्टरशॉक आया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए। म्यांमार सक्रिय भूकंप क्षेत्र में है, जहां ज्यादातर झटके कम आबादी वाले क्षेत्रों में आते हैं लेकिन इस बार शहरी क्षेत्र निशाने पर आए।

ऐसी आशंका जताई जा रही है कि 1 हजार से ज्यादा मौतें हुई होंगी। म्यांमार के सैन्य जुंटा नेता जनरल मिन आंग हलिंग ने दुनिया के सभी देशों से म्यांमार को आर्थिक मदद देने की अपील की है। मेजर जनरल जॉ मिन टुन ने ने कहा है कि नेपीडॉ, मांडले और सागाइंग के अस्पतालों में जख्मी लोगों का अंबार लगा है।

भारत ने मदद के लिए खोले हाथ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने म्यांमार में सेना के नेतृत्व वाली सरकार के प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग से शनिवार को बात की और कहा कि भारत उनके देश में आए भीषण भूकंप से मची तबाही से निपटने के प्रयासों में उनके साथ एकजुटता से खड़ा है। पीएम मोदी ने लिखा, 'म्यांमार के सीनियर जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में लोगों की मौत होने पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। भारत एक निकट मित्र और एक पड़ोसी के रूप में इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। भारत ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत प्रभावित क्षेत्रों में आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, तलाश एवं बचाव दल भेज रहा है। 


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थाईलैंड का क्या रहा हाल?
 थाईलैंड में, बैंकॉक के चतुचक बाजार के पास एक निर्माणाधीन 33 मंजिला इमारत ढह गई। जैसे ही इमारत ढही, धुएं का गुबार उठता नजर आया। वहां मौजूद लोग भाग गए। कई लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।  वाहनों के रुकने पर दर्शक भाग गए। बचाव दल मलबे की ओर दौड़े, घायल लोगों को गरुड़ पर ले जाया गया।



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म्यांमार के लिए दुनिया एकजुट?
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने घोषणा की कि संयुक्त राष्ट्र दक्षिण पूर्व एशिया में जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए जुट रहा है, राहत प्रयासों को शुरू करने के लिए 42 करोड़ रुपये से ज्यादा की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने म्यांमार के अधिकारियों से बात की है। अमेरिका म्यामांर की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।


भारत म्यांमार को क्या दे रहा है?
भारत म्यांमार को टेंट, स्लीपिंग बैग, भोजन, वाटर प्यूरीफायर, सैनिटाइजेशन किट और जरूरी दवाओं सहित 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजेगा। भारतीय वायु सेना के C-130J विमान एयर फोर्स स्टेशन हिंडन से रवाना होंगे। 
 

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