प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय विदेश यात्रा पर हैं। उनका फ्रांस और अमेरिका दौरा प्रस्तावित है। सोमवार से शुरू हुई फ्रांस और अमेरिका की दो देशों की यात्रा भारत के लिए बेहद खास साबित होने वाली है। इस दौरान AI से लेकर रक्षा क्षेत्र तक पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री फ्रांस पहुंच चुके हैं। वह मंगलवार को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिट में हिस्सा लेंगे। दोनों नेता द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। भारत और फ्रांस रक्षा क्षेत्र में अहम भागीदार हैं। दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री अमेरिका भी जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा 12 फरवरी को प्रस्तावित है। अपने दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रम्प, पहली बार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी AI एक्शन समिट की सह अध्यक्षता के लिए बेहद उत्साहित हैं।
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क्यों खास है पेरिस समिट?
पेरिस में होने वाले इस शिखर सम्मेलन में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और चीन के डिप्टी पीएम झांग गुओकिंग जैसे नेता शामिल हो रहे हैं। OpenAI के सैम ऑल्टमैन और गूगल के सुंदर पिचाई जैसे टेक दिग्गज इस समिट में हिस्सा ले रहे हैं। दोनों देश नई तकनीक पर चर्चा करेंगे।
पेरिस में पीएम का कार्यक्रम क्या है?
AI समिट के बाद पीएम मोदी और मैक्रों बंदरगाह शहर मार्सिले की यात्रा करेंगे। यहीं दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। 12 फरवरी को पीएम एक नए इंडियन कॉन्सुलेट का उद्घाटन करेंगे।
क्यों खास है फ्रांस दौरा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम फ्रांस में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने के लिए ऐतिहासिक फ्रांसीसी शहर मार्सिले की यात्रा भी करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर प्रोजेक्ट को भी देखने जाएंगे। भारत इस प्रोजेक्ट से जुड़े संघ का अहम हिस्सा है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा बेहद खास होने वाला है। AI, एटमिक एनर्जी से लेकर डिफेंस तक पर चर्चा हो सकती है। भारत परमाणु ऊर्जा से बिजली पैदा करने पर जोर दे रहा है। ऐसे में फ्रांस के साथ छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) पर नई परियोजनाओं को लेकर च्रचा हो सकती है। पीएम मोदी विश्व युद्ध 1 और 2 के दौरान माजर्गेस युद्ध कब्रिस्तान में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी देंगे।
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे में खास क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं। यह जनवरी में उनकी ऐतिहासिक चुनावी जीत और शपथ ग्रहण के बाद हमारी पहली मुलाकात होगी। उनके पहले कार्यकाल में भारत और अमेरिका के बीच अच्छी रणनीतिक साझेदारी थी, इसकी यादें आज भी हैं।'
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, 'यह यात्रा उनके पहले कार्यकाल में हमारे सहयोग की सफलताओं को आगे बढ़ाने और प्रौद्योगिकी, व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और सप्लाई चेन में हमारी साझेदारी को और मजबूत करेगी। हम अपने दोनों देशों के लोगों के आपसी लाभ के लिए मिलकर काम करेंगे और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे।'
क्या डिपोर्टेशन का मुद्दा उठाएंगे पीएम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है, जब डोनाल्ड ट्रम्प, अवैध रूप से अमेरिका में घुसे प्रवासियों को बाहर भेज रहे हैं। उन्हें हथकड़ियों में बांधकर भारत भेजा गया है। अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर में 104 अवैध प्रवासियों को लेकर उतरा है। हथकड़ी और बेड़ियों में बंधे निर्वासित लोगों की तस्वीरों की वजह से भारत में ट्रम्प के खिलाफ आवाजें उठी हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री इन मुद्दों को उठाएंगे। भारत में महिलाओं को भी बेड़ियों में जकड़ने को लेकर आक्रोश है। अमेरिका 600 और अन्य प्रवासियों को भारत भेजने की तैयारी में है।