प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में कहा है कि यह दौर शांति का दौर है, युद्ध का दौर नहीं है। शांति की पहल, मानवता के लिए जरूरी है। पढ़ें इस द्विपक्षीय वार्ता की अहम चर्चाएं।
व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (Photo Credit: PTI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीन के तियानजिन शहर में मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच शंघाई सहयोग संघठन के सम्मेलन के बाद, द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कहा कि यूक्रेन पर भारत और रूस चर्चा करते रहे हैं, ऐसे में अब जल्द से जल्द जंग खत्म करने की पहल की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति के सभी प्रयासों का स्वागत भारत करता है, यह मानवा की पुकार है।
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वह मोदी से मिलकर बहुत खुश हैं और भारत-रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को 15 साल पूरे होने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते बहुत अच्छे हैं और यह मुलाकात इसे और मजबूत करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस मुश्किल वक्त में भी एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी:- हम यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर लगातार चर्चा करते रहे हैं। हम शांति के लिए हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि सभी पक्ष रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे। संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने और स्थायी शांति स्थापित करने का रास्ता खोजना होगा। यह पूरी मानवता की पुकार है।
यूक्रेन में जल्द ही शांति की बहाली, PM मोदी ने पुतिन से कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत शांति के लिए सभी प्रयासों का स्वागत करता है और जल्द से जल्द संघर्ष खत्म कर स्थायी शांति की जरूरत है। यह पूरी दुनिया की मांग है। दोनों नेताओं ने कहा कि उनकी साझेदारी न केवल दोनों देशों, बल्कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत, व्लादिमीर पुतिन के स्वागत के लिए तैयार है। व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत आने वाले हैं। भारत, अमेरिकी टैरिफ के बाद चीन और रूस जैसे देशों से अपने संबंधों को और बेहतर करने की कोशिशों में जुटा है।