अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को यह बात खटकती है कि भारत, रूस से क्यों तेल खरीदता है। भारत ने हर मोर्चे पर बार-बार कहा है कि अपने व्यापारिक हितों से भारत समझौता नहीं करेगा।
तियानजिन में गले मिलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन। (फोटो क्रेडिट: PMO)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति तियानजिन शहर में एक-दूसरे से गर्मजोशी से मिलते नजर आए। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन ठीक पहले की यह मुलाकात सुर्खियों में है। रूस के साथ व्यापारिक संबंध रखने की वजह से भारत, अमेरिका के निशाने पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लाद दिया है। भारत नए सिरे से व्यापारिक भागीदार तलाश रहा है। अमेरिका को जवाब भी मिल गया है कि डोनाल्ड ट्रंप, भारत की व्यापारिक नीति नहीं तय करेंगे। अब पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गले मिले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ दो तस्वीरें साझा कीं। एक तस्वीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्लादिमीर पुतिन के साथ बात करते नजर आ रहे हैं, दूसरी तस्वीर में शी जिनपिंग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं। एक और तस्वीर प्रधानमंत्री ने शेयर की है, जिसमें वह व्लादिमीर पुतिन से गले मिल रहे हैं। यह मिलना, अमेरिका को रास नहीं आ रहा है। डोनालड् ट्रंप के व्यापारिक सलाहकार पीटर नवारो तो पहले ही इस तस्वीर पर ऐतराज जता चुके हैं।
अमेरिकी विरोध के बाद भी भारत, रूस से ही तेल खरीद रहा है। अमेरिका का कहना है कि भारत के तेल खरीदने से रूस की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रहा है, जिसका इस्तेमाल वह यूक्रेन में तबाही मचाने के लिए कर रहा है। अमेरिका ने भारत पर पहले 25 फीसदी टैरिफ लाद दिए, फिर रूस के साथ सौदेबाजी को लेकर 50 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लाद दिया। डोनाल्ड ट्रंप, इसे भारत को दी जाने वाली सजा के तौर पर देख रहे हैं। भारत की अपनी विदेश और व्यापरिक नीति बेहद साफ है कि किसी भी कीमत पर संप्रभुता से समझौता नहीं होगा।
SCO समिट में राष्ट्राध्यक्षों की एक साथ तस्वीर। (Photo Credit: PMO)
Interactions in Tianjin continue! Exchanging perspectives with President Putin and President Xi during the SCO Summit. pic.twitter.com/K1eKVoHCvv
डोनाल्ड ट्रम्प के कई सहयोगी अधिकारियों ने रूस के साथ तेल खरीदने को लेकर भारत की आलोचना की है। 27 अगस्त से ही भारत पर दोगुना टैरिफ लागू हो चुके हैं। भारत ने साफ है कि ऊर्जा सौदे बाजार की जरूरत के हिसाब से करेंगे, न कि डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर। अमेरिकी अधिकारियों की बौखलाहट भी सामने आ रहे हैं। ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने आरोप लगाया है कि रूस को भारत के साथ व्यापार से जो धन मिलता है, उसका इस्तेमाल यूक्रेन में युद्ध के लिए किया जाता है।
व्लादिमीर पुतिन और PM नरेंद्र मोदी। (Photo Credit: PTI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन के तियानजिन में चल रहे एससीओ राष्ट्राध्यक्ष परिषद शिखर सम्मेलन में अचानक एक तरह की बैठक करते नजर आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर दोनों नेताओं के साथ अपनी बातचीत की तस्वीरें शेयर की हैं। उनकी इस बातचीत के वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि तियानजिन में बातचीत चल रही है। शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात हुई है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि व्लादिमीर पुतिन के साथ उन्हें मिलकर हमेशा खुशी होती है।
25वें शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्ष परिषद शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन में हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वह द्विपक्षीय वार्ता करने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी चीन के साथ प्रतिनिधि स्तर पर वार्ता कर चुके हैं। अब इस मुलाकात को लेकर भी आशा जताई जा रही है कि व्यापारिक तौर पर रूस और चीन और करीब आएंगे।